शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज तथा वन व परिवहन मंत्री गोबिन्द ठाकुर ने दिया बयान
सेना द्वारा देश की रक्षा के लिए उठाए गए कदमों पर इस प्रकार की अनुचित टिप्पणी नहीं करनी चाहिए
जनवक्ता ब्यूरो शिमला
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज तथा वन व परिवहन मंत्री गोबिन्द ठाकुर ने आज यहां कुछ समाचार पत्रों में पराक्रम पर्व पर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के प्रकाशित बयान पर कड़ा एतराज जताते हुए कहा कि उन्हें सेना द्वारा देश की रक्षा के लिए उठाए गए कदमों पर इस प्रकार की अनुचित टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की रक्षा में सेना के इस प्रकार के अदम्य साहस की सराहना करने के बजाए राजनीति करना ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश में सर्जिकल स्ट्राईक की दूसरी वर्षगांठ पर सैनिकों को सम्मान देने के लिए पराक्रम पर्व का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित इन कार्यक्रमों का उद्देश्य जहां सैनिकों को सम्मान प्रदान करना है, वहीं ऐसे आयोजनों से उनका मनोबल भी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि सैनिकों के लिए आयोजित इस सम्मान पर्व पर विपक्ष के नेता द्वारा छींटाकशी करना उनकी संकीर्ण मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इतिहास में पहली मर्तबा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व व दृढ़ इच्छाशक्ति के चलते सेना ने पाक अधिकृत कश्मीर में घुसकर आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट करना सेना के अदम्य साहस को दर्शाता है, जिसके लिए सेना की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। उन्होंने कहा कि सेना के शौर्य पर शंका करना व सर्जिकल स्ट्राईक पर उंगली उठाना कांग्रेस व मुकेश अग्निहोत्री को शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि आज देश के लोग सीमाओं पर दिन-रात डटे बहादुर सैनिकों के कारण ही चैन की नींद सो पा रहे हैं।
जहां तक पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी पर टिप्पणी का प्रश्न है, मंत्रियों ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर समझते थे और मनाली के समीप प्रीणी में उन्होंने अपना घर भी बनाया जहां वह फुरस्त मिलते ही रहने आते रहते थे। प्रदेश के लोग, विशेषकर प्रीणी वासी उन्हें अपने परिवार का सदस्य मानते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास में पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल जी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
उन्होंने कहा कि साल के अधिकांश समय शेष विश्व से कटी रहने वाली दुर्गम लाहौल घाटी के लिये रोहतांग सुरंग के निर्माण की घोषणा 3 जून, 2000 को श्री अटल जी ने की थी, जिसका निर्माण कार्य पूर्ण होने वाला है। गत दिनों प्रदेश में बे-मौसमी बर्फबारी के कारण लाहौल घाटी में फंसी सैकड़ों जिंदगियां इसी सुरंग की बदौलत बचाई जा सकी है।
शिक्षा मंत्री तथा वन मंत्री कहा कि श्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार ने ही वर्ष 2003 में हिमाचल प्रदेश के लिये औद्योगिक विकास के लिये विशेष पैकेज की घोषणा की थी। इससे राज्य में हजारों करोड़ रुपये का औद्योगिक निवेश हुआ और राज्य के लाखों युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए। कोल बांध भी श्री अटल जी की ही देन है। इसके अलावा उन्होंने प्रदेश के लिए करोड़ों रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की थी।
उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता को पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के सम्मान में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों पर उंगली उठाना शोभा नही देता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यह नही भूलना चाहिए कि आज भी वह नेहरू-गांधी परिवार के नाम पर ही राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुकेश अग्निहोत्री कांग्रेस पार्टी में हाशिए पर चले जाने से निराश है। वह राजनीति में अपने को बनाए रखने के लिए इस तरह की अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं।