जानी-मानी संस्था मीडिया विजन द्वारा करवाया जा रहा आयोजन
प्रतियोगिता में प्रतिभागियों की आयु सीमा 18 वर्ष से 27 वर्ष तक
जनवक्ता डेस्क बिलासपुर
जानी-मानी संस्था मीडिया विजन द्वारा बिलासपुर के पूर्णम मॉल में 8 अक्टूबर को ब्यूटी कॉन्टेस्ट करवाया जा रहा है जिसमें मिस बिलासपुर और मिस्टर बिलासपुर के अलावा मिसेज बिलासपुर का भी चयन किया जाएगा । यह जानकारी मीडिया विजन के संयोजक दिनेश कंवर ने दी। उनके साथ मीडिया विजन के डायरेक्टर राकेश परमार और इवेंट कोआर्डीनेटर सुभाष चंदेल भी पत्रकार वार्ता में उपस्थित थे । दिनेश कंवर ने बताया कि इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों की आयु सीमा 18 वर्ष से 27 वर्ष तक की रखी गई है लेकिन मिसेज बिलासपुर के लिए यह आयु सीमा 35 वर्ष तक मान्य होगी। उन्होंने कहा कि अगर कोई अद्वितीय प्रतिभा हो तो उसके लिए निम्न आयु सीमा 16 वर्ष भी की जा सकती है। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता के तीन राउंड होंगे जिनमें एथिकल, इंडियन और वेस्टर्न शामिल किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मीडिया विजन का ऑल इंडिया रेडियो के साथ भी संबंध है और उसमें भी वह विभिन्न प्रोडक्शन के तहत कार्य करते रहते हैं। उन्होंने बताया इसके ऑडिशन हो चुके हैं व इससे पहले यह कार्यक्रम हमीरपुर में करवाया जा चुका है और आने वाले समय में यह मंडी और शिमला में प्लान किया जा रहा है ।
उन्होंने बताया कि एफएम रेडियो के माध्यम से लिसन माई डियर कार्यक्रम करवाया जाता है जिसके तहत विभिन्न स्थानों पर जाकर विभिन्न समस्याओं को रिकॉर्ड करके और प्रभावित लोगों से बातचीत करके उन्हें सरकार तक पहुंचाया जाता है । यानी एक तरह से यह पब्लिक का माउथपीस है। उन्होंने बताया कि इस ब्यूटी कॉन्टेस्ट में भाग लेने की एंट्री फीस मात्र 200 रूपये रखी गई है तथा 8 अक्टूबर को पूर्णम मॉल बिलासपुर में 11:00 बजे से 3:00 बजे तक यह आयोजन किया जाएगा । उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल पूरी तरह से फैशन इंडस्ट्री से जुड़ा हुआ रहेगा और प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र मूमेंटो तथा अन्य इनाम भी दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभाओं को उभारने के लिए मीडिया विजन का यह अलग से प्रयास है इसमें मीडिया विजन किसी तरह की कोई प्रमोशन की गारंटी नहीं देता लेकिन इसमें प्रतिभाओं को खुलकर सामने आने और अपनी झिझक को मिटाकर मंच का सामना करने की योग्यता को स्थापित करता है। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम अगर होते रहें तो आने वाले समय में हिमाचल से कई ऐसी प्रतिभाएं उभर कर सामने आ सकती है जो मंच ना मिलने के कारण अभी गुमनामी और अंधेरे की जिंदगी जी रही हैं।