मंडी:
कहते हैं की जोड़ियां ऊपर से बनकर आती हैं। लेकिन मंडी जिला में इन दिनों फर्जी जोड़ियां बनाकर पैसे ऐंठने वाला गिरोह पूरी सक्रियता से काम कर रहा है। इस बात का खुलासा तब हुआ जब एक पीड़ित पति अपनी फरियाद लेकर एसपी मंडी के द्वार पहुंचा। बलद्वाड़ा तहसीलके समैला गांव निवासी 37 वर्षीय सुरेश कुमार की पहली शादी टूट चुकी है। लंबे समय से सुरेश अकेला रह रहा था। सुरेश की बहन अपने भाई के लिए लड़की की तलाश में थी। तभी इनका संपर्क बांस बेचने वाले एक ठेकेदार से हुआ और उसने मंडी की एक महिला का कॉन्टेक्ट नंबर दिया। यह महिला शादियां करवाती है।
सुरेश की बहन सुनीता ने इस महिला के साथ संपर्क किया और भाई की शादी के लिए अच्छी सी लड़की देखने की बात कही। महिला ने सुनीता से शादी करवाने की एवज में 60 हजार रूपयों की मांग की और अपनी बहू की कजिन से शादी करवाने की हामी भरी। इस बात की सुनीता से ऑडियो रिकॉर्डिंग कर ली जो उसने मीडिया के साथ शेयर की है। दरअसल 22 सितंबर को यह सारी बात हुई और बीना किसी जांच पड़ताल के 24 सितंबर को शादी करने का दबाव बना दिया गया। 24 सितंबर को एसडीएम घुमारवीं के कार्यालय में दोनों की शादी करवा दी गई। जिस लड़की से शादी करवाई वह मंडी जिला के बालीचौकी इलाके की रहने वाली है और उसकी उम्र मात्र 22 वर्ष है। शादी करवाने वाली महिला ने इसकी एवज में दो किश्तों में 50 हजार रूपए लिए। 24 सितंबर को शादी के बाद दोनों पति-पत्नी ने एक भी रात साथ नहीं बिताई। 26 सितंबर को शादी करवाने वाली महिला ने दोनों को शॉपिंग के बहाने जाहू बुलाया। यहां पर शॉपिंग के दौरान शौच जाने का बहाना बनाकर दुल्हन फरार हो गई।
सुरेश कुमार के अनुसार जिस लड़की से इसकी शादी हुई उसी लड़की की साथ वाले गांव में एक अन्य लड़के के साथ शादी करवाई जा रही थी। उनसे भी शादी करवाने वाली महिला ने 35 हजार ऐंठ लिए थे, लेकिन आधार कार्ड इनके पास होने के कारण शादी नहीं हो सकी। बताया जा रहा है कि दो दिन लड़की वहां रहने के बाद वहां से भी फुर्र हो गई। सुरेश कुमार और इसके परिजनों ने एसपी मंडी को सारी आपबीती सुनाने के बाद कार्रवाही की मांग उठाई है ताकि शादियां करवाने के नाम पर ठगी करने वाले इस गिरोह का पर्दाफाश किया जा सके। वहीं एसपी मंडी गुरदेव चंद शर्मा ने बताया कि उन्होंने इस संदर्भ में बल्द्वाड़ा पुलिस चौकी को मामले की तह तक जाने और तुरंत कार्रवाही के निर्देश दे दिए हैं।
उन्होंने कहा कि जिसने भी इस मामले में युवक के साथ ठगी की है उसका जल्द ही पर्दाफाश कर दिया जाएगा। शादियों के नाम पर ठगी के शिकार जिला में और भी हो सकते हैं और शायद बदनामी के कारण उन्होंने इस बात को आगे नहीं बढ़ने दिया, लेकिन सुरेश कुमार ने अपनी शिकायत को पुलिस के साथ-साथ मीडिया के माध्यम से भी उजागर करके इस गिरोह की सक्रियता का खुलासा किया है। अब देखना यह होगा कि कानून के लंबे हाथ इस गिरोह के गिरेबान पर कब तक पहुंच पाते हैं।