मतदाता सूचियां 1 सितम्बर से 31 अक्तूबर तक आम लोगों के निरीक्षण के लिए रहेगी उपलब्ध
जनवक्ता ब्यूरो बिलासपुर
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त विवेक भाटिया ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार लोकसभा/विधानसभा निर्वाचनों में प्रयोग होने वाली फोटोयुक्त मतदाता सूची में नाम दर्ज करने व हटाने अथवा पहले से दर्ज नामों में किसी भी प्रकार के संशोधन करवाने के लिए 1 सितम्बर से 31 अक्तूबर तक विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मतदाता सूचियों का प्रारूप प्रकाशन 1 सितम्बर से निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (एस.डी.एम.) के कार्यालयों/सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (तहसीलदार/नायब तहसीलदार) के कार्यालयों के अतिरिक्त सभी मतदान केन्द्रों पर किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि अहर्ता तिथि 1 जनवरी, 2019 को जो नागरिक 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर रहे हैं या जिनकी आयु इससे अधिक हो गई है और मतदाता सूची और जिनका नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं हुआ है वे अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करवाने के लिए 1 सितम्बर से 31 अक्तूबर तक फार्म-6 (नाम दर्ज करवाने हेतु), फार्म-7 (दर्ज नामों को हटाने हेतु), फार्म-8 (संशोधन/शुद्धि के लिए) व फार्म-8क (दर्ज नामों को अन्यत्र स्थानान्तरित करने के लिए) जो समुचित हो फार्म प्राप्त करके कार्यालय निर्वाचक रजिस्ट्रकरण अधिकारी, समस्त मतदान केन्द्र या चिन्हित स्थान और कार्यालय बूथ लेवल अधिकारी के पास प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने बताया कि इस बारे में सम्बन्धित क्षेत्र के एसडीएम/तहसीलदार/नायब तहसीलदार या मतदात केन्द्र पर इस कार्य के लिए नियुक्त अभिहित अधिकारी या बूथ लेवल अधिकारी से सम्पर्क कर सकते है। उन्होंने बताया कि प्रारूप मतदाता सूची इन्टरनेट वेबसाईट हिमाचल प्रदेश की मतदाता सूचियां शीर्षक पर भी उपलब्ध है।
उन्होंने जिला के समस्त नागरिको, स्थानीय राजनैतिक दलों, गैर सरकारी स्वयं सेवी संगठनों, महिला मण्डलों, युवा मण्डलों से आग्रह किया है कि वे 1 सितम्बर से 31 अक्तूबर तक फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का भली-भान्ति निरीक्षण करके अपने नाम दर्ज होने की पुष्टि कर लें। उन्होंने कहा कि पात्र व्यक्तियों के नाम दर्ज करने, अपात्र मतदाताओं के नाम मतदाता सूचियों से हटाने व गलत दर्ज प्रविष्टियों में संशोधन करने के लिए अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें ताकि मतदाता सूचियों को शतप्रतिशत पारदर्शक त्रुटि रहित बनाया जा सके।