जनवक्ता डेस्क बिलासपुर
जिला में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस 1 नवम्बर को मनाया जाएगा जिसमें 01 से 19 वर्ष तक के 1 लाख 4 हजार 206 बच्चों को कृमि मुक्त करने के लिये समस्त सरकारी व प्राईवेट स्कूलों, आंगनवाड़ी केन्द्रों में एलबेन्डाजोल की कृमि मुक्ति दवा खिलाई जाएगी तथा जो बच्चे किन्हीं कारणों से छूट जाएंगे उन्हें 6 नवम्बर को मोप-अप रांऊड पर एलबेन्डाजोल की गोली खिलाई जाएगी । यह जानकारी उपायुक्त विवेक भाटिया ने दी।
उन्होंने बताया कि 01 वर्ष से 19 वर्ष तक की आयु के बच्चों को एलबेन्डाजोल तथा 01 से 05 वर्ष तक के सभी बच्चों को विटामिन ए की भी खुराक दी जाएगी ताकि बच्चों को होने वाली आंखों से सम्बन्धित बीमारियो से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि खुले में शौच व अस्वच्छता क कारण बच्चों की आंतों में कीड़े उत्पन्न हो जाते हैं जिसके कारण बच्चे जल्दी-जल्दी बीमार पड़ते हैं तथा इस कारण बच्चों में खून की कमी , अनीमिया, कुपोषण से ग्रस्त हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि कृमि मुक्ति दवा खिलाने से बच्चों के पेट कृमि मुक्त हो जाते हैं और उनका शारीरिक एवं मानसिक विकास पूर्ण रूप से होता है।
उन्होंने बताया कि कोई भी बच्चा दवाई लेने से वंचित न रहे इसके लिए स्कूलों में नोडल अधिकारी बच्चों को अपने सामने दवाई खिलाएंगे जबकि आशा वर्कर और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता स्कूल मे न जाने वाले बच्चों को दवाई खिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेंगीं ताकि शत्प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति को संभव बनाया जा सके। उन्होंने एसडीएम को भी दिशा निर्देश दिए की वे शत्प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति के लिए स्वास्थ्य विभाग को यथा संभव सहयोग प्रदान करें। उन्होने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग को भी निर्देश दिए कि वह स्वच्छ जल की आपूर्ति करना सुनिश्चित करें
सीएमओ डाॅ0 वीके चैधरी ने जानकारी देते हुए बताया जिला बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के दृष्टिगत 1 नवम्बर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर 1 से 5 वर्षं तक के 23 हजार 478 बच्चों तथा 6 से 10 वर्ष तक की आयु के 34 हजार 563 बच्चों और 10 से 19 वर्ष तक की आयु के 46 हजार 165 बच्चों को एलबेन्डाजोल की खुराक खिलाई जाएगी।
उन्होंने बच्चों के माता-पिता एवं अभिभावकों से आहवान किया ह कि बच्चों को कुपोषण और अनीमिया से बचाने के लिये नियमित रूप अपने व बच्चों के नाखून समय पर काटे, अपने घर-गांव के आस-पास सफाई रखें, पैरों में जुते पहने, खुले में शौच न करें , हमेशा शौचालय का प्रयोग करें, और सदैव साफ एवं स्वच्छ पानी पीएं, खाने को ढक कर रखें, साफ पानी से सब्जियां धोएं, अपने हाथ साबुन से धोएं विशेषकर खाने से पहले और शौच जाने के बाद साबुन से हाथ धोना सुनिश्चित करें, ऐसी सावधानियां रखने पर काफी बीमारियों से बच सकते हैं।
उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं, महिला मण्डलों, युवक मण्डलों और स्वयं सेवी संस्थाओं के पदाधिकारियों एवं सदस्यों से आग्रह किया है कि उनके क्षेत्राधिकार में जो बच्चे स्कूल नहीं जाते उनके माता-पिता को प्रेरित करें ताकि उन बच्चों को भी एलबेन्डाजोल की कृमि मुक्ति दवाई खिलाई जा सके।
इस अवसर पर एसडीएक झंडुता नवीन शर्मा, सहायक आयुक्त चेतना खडवाल के अतिरक्त सम्बन्धित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।