जनवक्ता शिमला
मुख्य सचिव बी. के. अग्रवाल ने आज यहां जानकारी दी कि कांगड़ा जिला के बड़ा भगांल क्षेत्र में भारी बर्फबारी के कारण फंसे भेड़ पालकों की सहायता के लिए दो बचाव दलों को रवाना किया गया है। जिसमें से एक दल शुक्रवार को बैजनाथ से रवाना होकर होली पहुंच गया था तथा यह दल आज शनिवार को होली से बडा भंगाल के लिए रवाना हो गया है।
उन्होंने कहा कि गत दिनों शिमला में आयोजित एक बैठक में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने बर्फबारी में फंसे भेड़ पालकों की दिक्कतों को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए उनको संरक्षण प्रदान करने के निर्देश दिए थे। इस क्षेत्र में हैलीकॉप्टर उतारना संभव नहीं है, इसलिए शीघ्र से भेड़ पालकों को कठिनाई से बचाने के लिए विकल्प ढूंढे जाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं।
मुख्य सचिव ने कहा कि कांगड़ा के उपायुक्त संदीप कुमार ने उपयुक्त बचाव दल का गठन कर शीघ्र इसे रवाना किया। दल में पटवारी बडा भंगाल, 4 पर्वतारोही दल के सदस्यों सहित तीन स्थानीय लोग शामिल हैं। टीम के साथ 20 जोड़ी डकबैक जूते भी भिजवाए गये हैं। उन्होंने बताया कि अगर घुमन्तु लोगों को आर्थिक सहायता कि जरूरत पड़ती है तो दल के पास प्रशासन द्वारा राशि भेजी गई है ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की तंगी न हो।
उन्होंने बताया कि यह टीम बडा भंगाल में ही कैम्प करेगी। यह टीम भेड़ पालकों के साथ निरन्तर सम्पर्क में रहेगी तथा प्रशासन को समय-समय पर वास्तविक स्थिति से अवगत करवाती रहेगी।
मुख्य सचिव ने बताया कि 15 सदस्यीय दूसरा दल रविवार 14 अक्तूबर को बडा भंगाल के लिए रवाना होगा। यह टीम मुल्थान से मुरालधार-थमसर की तरफ से रवाना होगी जिसमें मनाली पर्वतारोही दल के तीन प्रशिक्षक तथा 12 स्थानीय लोग शामिल हैं। दल के सदस्यों को पर्याप्त मात्रा में खाद्य पदार्थ तथा कम्बल उपलब्ध करवाए गए हैं। उन्होंने बताया कि यह दल बर्फ में दबे भेड़ पालक के शव को ढूढ़ने एवं उसे वापिस लाने की कोशिश करेगा।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन कांगड़ा को बडा भंगाल की स्थिति पर हर समय निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं तथा प्रशासन वहां के पंचायत प्रधान व सचिव से निरतंर सम्पर्क में हैं। पंचायत सचिव द्वारा हर दिन की जानकारी उपायुक्त को उपलब्ध करवाई जा रही है। स्थानीय डिपू धारक द्वारा भेड़ पालकों को पर्याप्त मात्रा में राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है।