स्कूल के प्रबंधक इंद्र सिंह डोगरा, प्रधानाचार्या शालिनी शर्मा व जिला विज्ञान प्रमुख पूनम ने मुख्यातिथि का स्वागत किया
विज्ञान प्रदर्शनी, विज्ञान प्रश्न मंच, संस्कृति ज्ञान परीक्षा प्रश्न मंच, संस्कृत प्रश्न मंच तथा वैदिक गणित, गणित व कंप्यूटर मॉडल किए प्रदर्शित
सरस्वती विद्या मंदिर कन्या उच्च निहाल में एक दिवसीय विज्ञान मेले का आयोजन किया
जनवक्ता डेस्क बिलासपुर
निहाल सेक्टर में स्थित सरस्वती विद्या मंदिर कन्या उच्च निहाल में बुधवार को एक दिवसीय विज्ञान मेले का आयोजन किया गया। विज्ञान मेले में संकुल-1 व संकुल-2 के 14 पाठशालाओं के करीब तीन सौ बच्चों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय से सहायक प्रोफैसर संजीव कुमार ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इनके साथ जिला शैक्षणिक प्रमुख सुरेश सोनी भी मौजूद रहे। स्कूल की प्रधानाचार्या शालिनी शर्मा व जिला विज्ञान प्रमुख पूनम ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा विज्ञान मेले के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्यातिथि प्रो. संजीव कुमार ने बताया कि नौनिहालों का मन और मस्तिष्क कच्चे घड़े के समान होता है। शिक्षक अपनी कड़ी मेहनत एवं अनुभवी मार्गदर्शन से बच्चों के भविष्य को निखारते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को चाहिए कि वे बच्चों की रूचि के अनुसार विषय का चुनाव करें तथा उसी में आगे बढने के लिए बच्चों की मदद करें। उन्होंने कहा कि विज्ञान मेलों का आयोजन बच्चों में वैज्ञानिक सोच पैदा करने के लिए होना चाहिए।
एक दिवसीय विज्ञान मेले में बच्चों ने बढ़ चढ़ कर लिया भाग
सरस्वती विद्या मंदिर प्रशासन द्वारा करवाए गए इस भव्य आयोजन के लिए सभी आयोजक बधाई के पात्र हैं। वहीं जिला विज्ञान प्रमुख पूनम ने बताया कि इस एक दिवसीय विज्ञान मेले में विज्ञान प्रदर्शनी, विज्ञान प्रश्न मंच, संस्कृति ज्ञान परीक्षा प्रश्न मंच, संस्कृत प्रश्न मंच तथा वैदिक गणित, गणित व कंप्यूटर मॉडल का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। कार्यक्रम में विज्ञान व गणित विषय पर पत्र वाचन भी किया गया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। सभी स्कूलों से आए प्रतिभागियों और उनके स्टाफ को स्कूल प्रबंधन की ओर से दोपहर के भोजन की व्यवस्था भी की गई थी। इस कार्यक्रम में स्कूल के प्रबंधक इंद्र सिंह डोगरा, प्रेम लाल शर्मा प्रिंसीपल सविमं (छात्र) रौड़ा सैक्टर भी विशेष तौर पर मौजूद रहे।