जनवक्ता ब्यूरो धर्मशाला
उद्योग, श्रम रोजगार एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने कहा कि मेले व त्यौहार हमारी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के प्रतिबिंब होते हैं। इनके आयोजन से जहां युवा पीढ़ी को अपनी समृद्ध संस्कृति व रीति-रिवाजों को रू-ब-रू होने का अवसर मिलता है, वहीं भावी पीढ़ियों के लिए इनका संरक्षण भी सुनिश्चित होता है। इसके साथ ही मेले-त्यौहार सामाजिक और आर्थिक गतिविधियों को भी मजबूती देते हैं तथा पर्यटकों एवं स्थानीय लोगों के लिए भी आकर्षण का प्रमुख केन्द्र होते हैं। बिक्रम सिंह आज धर्मशाला के पुलिस मैदान में आयोजित जिला स्तरीय दशहरा उत्सव की दूसरी सांस्कृतिक संध्या में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करने के उपरांत बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने विभिन्न सांस्कृतिक दलों द्वारा दी गई प्रस्तुतियों का भी लुत्फ उठाया। ठाकुर ने कहा कि भारतीय संस्कृति में दशहरे का धार्मिक एवं पौराणिक महत्व है। देश के विभिन्न भागों में दशहरा भारत की साम्प्रदायिक सद्भावना और विभिन्नता में एकता का प्रतीक है। यह त्यौहार हमें बुराई पर अच्छाई की विजय के शाश्वत संदेश की याद दिलाता है और हमें उज्ज्वल भविष्य के प्रति आशावान बनाता है। उद्योग मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के सभी स्वरूपों के संरक्षण एवं प्रदर्शन को सुनिश्चित बनाने तथा कलाकारों, शिल्पकारों, कवियों, साहित्यकारों और शोधार्थियों को प्रोत्साहन देने के लिए अनेक योजनाएं प्रारम्भ की हैं। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार स्थानीय उद्यम को बढ़ावा देने और युवाओं को स्वरोजगार के साधन उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना शुरू की है। सरकार ने इसके लिए 80 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया है। योजना के तहत प्रदेश के 18 से 35 वर्ष आयुवर्ग के युवाओं को उद्योगों में 40 लाख रुपये तक के निवेश पर संयंत्र एवं मशीनरी खरीद पर 25 प्रतिशत उपदान दिया जाएगा। वहीं महिलाओं एवं युवतियों को प्रोत्साहित करने के लिए निवेश पर 30 प्रतिशत उपदान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा योजना के तहत 40 लाख रुपये के ऋण पर 3 वर्ष के लिए 5 प्रतिशत उपदान दिया जाएगा। कोई युवा यदि निजी भूमि खरीद कर उद्यम लगाना चाहे तो स्टॉम्प ड्यूटी वर्तमान 6 प्रतिशत के बजाय 3 प्रतिशत की दर से देय होगी। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन किया। इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त कमल कांत सरोच ने कमेटी के सदस्यों सहित मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा सूर्या उदय चेरीटेबल ट्रस्ट, योल के दिव्यांग बच्चों द्वारा बनाया गया स्मृति चिन्ह मुख्यातिथि को भेंट किया। इस अवसर पर एडीएम मस्त राम भारद्वाज, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार, एसडीएम धर्मेश रामोत्रा, सहायक आयुक्त बाल कृष्ण चौधरी, जिला प्रशासन के अधिकारी तथा कर्मचारियों सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।