मंडी जिले की प्रत्येक पंचायत में स्थापित होंगे बालिका उद्यान : ऋग्वेद ठाकुर
सभी पंचायतों में आयोजित होंगे बालिका दिवस उत्सव
जनवक्ता ब्यूरो मंडी
उपायुक्त पायुक्त ऋग्वेद ठाकुर की अध्यक्षता में “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” की जिला स्तरीय कार्य दल (टास्क फोर्स) की बैठक गत सायं उपायुक्त वीडियो कान्फ्रेंस हाल में आयोजित की गयी जिसमें सभी उपमंडलों से अधिकारी वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से जुड़े थे। उपायुक्त ने कहा कि “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” योजना के अंतर्गत तृतीय चरण में मंडी जिला को भी शामिल किया गया है और इसी माह मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर ने पंजाई में जनमंच के दौरान इस योजना का शुभारंभ किया था। उन्होंने कहा कि योजना का मुख्य उद्देश्य पक्षपाती लिंग चुनाव की प्रक्रिया का उन्मूलन, बालिकाओं के जीवन और सुरक्षा तथा उनकी शिक्षा सुनिश्चित करना है। मंडी जिला में इस योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए एक कार्य योजना तैयार की गयी है।
प्रत्येक ग्राम पंचायत में नवजात बेटी के नाम पर वृक्षारोपण
इसके अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत में वन विभाग के सहयोग से एक आम जगह चिह्नित कर वहां बालिका उद्यान की स्थापना की जाएगी, जिसमें नवजात बेटीके नाम पर वृक्षारोपण किया जाएगा। उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए बेटियों व महिलाओं का सम्मान भी किया जाएगा और शिक्षा, सेवा, खेल, संस्कृति या अन्य क्षेत्र में विशिष्ट उपलब्धि प्राप्त करने वाली 30 वर्ष से कम आयु की बेटियों के प्रेरक होर्डिंग्ज सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जाएंगे। सभी विभागों के साईन बोर्ड पर “सुरक्षित, शिक्षित मेरी लाडली, समाज को आगे ले चली” टैगलाईन के माध्यम से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में बालिका दिवस उत्सव मनाने के लिए एक कैलेंडर इस तरह तैयार किया गया है कि प्रत्येक विकास खंड में प्रति माह चयनित पंचायतों में यह आयोजन किया जाए।
संबंधित उपमंडलाधिकारी (ना.) भी समय-समय पर बालिका उत्सव में बेटियों वे माता-पिता व दादा-दादी को सम्मानित कर प्रशासन की ओर से बधाई पत्र देंगे
संबंधित उपमंडलाधिकारी (ना.) भी समय-समय पर बालिका उत्सव में बेटियों वे माता-पिता व दादा-दादी को सम्मानित कर प्रशासन की ओर से बधाई पत्र देंगे। इसके अतिरिक्त संस्थागत प्रसव पर अस्पतालों में भी बेटी को बधाई पत्र देने के साथ ही उसका जन्म प्रमाण पत्र तथा आधार पंजीकरण भी उपलब्ध करवाया जाएगा। प्रत्येक पंचायत में एक दिवार तथा पाठशालाओं, आंगनबाड़ी व महिला मंडल भवनों की दिवारों पर भी बेटी बचाओ का संदेश चित्रण के माध्यम से दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में एक सेनेटरी नैपकिन इंसीनरेटर/डिस्पेंसर मशीन लगाई जाएगी। इसके अतिरिक्त प्रत्येक ग्राम पंचायत में स्थापित गुड्डा-गुड्डी बोर्ड पर लिंगानुपात की जानकारी नियमित तौर पर अद्यतन की जाएगी। जिला, खंड और ग्राम स्तर पर हितधारकों के प्रशिक्षण व क्षमता निर्माण, संवेदीकरण कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए महत्वपूर्ण स्रोत के रूप में समस्त महिला सरपंचों, स्वयं सहायता समूहों, महिला मंडल सदस्यों की सहभागिता सुनिश्चित कर उन्हें प्रेरक की भूमिका में रखा जाएगा।
अनचाही बेटियों को बचाने के प्रयास तेज किए जाएंगे
श्री ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि क्षेत्रीय चिकित्सालय मंडी में स्थापित ‘‘शिशु स्वागत पालना’’ का प्रचार कर अनचाही बेटियों को बचाने के प्रयास तेज किए जाएंगे। प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा के लिए स्थापित की गई गुडिया हेल्पलाईन 1515 और शक्ति एप्प का समुचित प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लिंग जांच व कन्या भ्रूण हत्या में लिप्त तत्वों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए पीसी और पीएनडीटी अधिनियम के अंतर्गत यूएसजी क्लीनिकों के लगातार निरीक्षण किए जाएंगे। “बेटी है तो कल है” बालिका व उसके पोषण विषय पर नुक्कड़-नाटक के माध्यम से भी प्रेरित किया जाएगा। ई-मेल, व्हट्स एप्प के माध्यम से लोग ग्रुप में अपनी बेटी के नाम संदेश भेज सकेंगे, जिन्हें डिजिटल स्क्रीन सहित फेसबुक पेज पर प्रदर्शित किया जाएगा। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त श्री राघव शर्मा, जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी श्री प्रदीप कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास श्री सुरेंद्र तेगटा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, जिला साक्षरता समिति, रेडक्रास समिति व सर्व देवता कारदार संघ सहित अन्यस्वयं सेवी संगठनों के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।