सरकार व सरकार के स्थानीय नुमाईंदे घोड़े बेच कर सो रहे
उना और बिलासपुर की घटनाओं की हो सीबीआई जांच
बिलासपुर कांग्रेस 20 अक्टूबर को करेगी मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित
जनवक्ता डेस्क बिलासपुर
हिमाचल जैसे शांति प्रिय प्रदेश में हत्याओं की घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है सरकार व सरकार के स्थानीय नुमाईंदे घोड़े बेच कर सो रहे हैं। यह बात पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने बिलासपुर में पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि बिलासपुर में यह दो हत्याएं बघड़ और भलसवाए गांवों के युवकों की हुई हैं और दोनो सदर चुनाव क्षेत्र में पड़ते है जो केंद्रीय मंत्री जे पी नड्डा व विधायक सुभाष ठाकुर का चुनाव क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि यदि ऊना में एक व बिलासपुर में हुई दो हत्याओ की सीबीआई जांच प्रदेश सरकार नही करवाती है तो बिलासपुर कांग्रेस 20 अक्टूबर को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित करेगी कि उपरोक्त तीनो हत्याओ की सीबीआई जांच हो। उन्होंने कहा कि इन दोनो नेताओ को किसी की मौत से कोई सरोकार नही है। इससे लगता है कि सरकार हत्या को दबाने का प्रयास कर रही है।
पूर्व विधायक बंबर ठाकुर
ठाकुर ने कहा कि हिमाचल पुलिस को उपरोक्त दोनो मामलो में क्रमशः कालका पुलिस व अम्बाला पुलिस सम्पर्क करके मामले की उच्च स्तरीय जांच करनी चाहिए, जिस प्रकार से करसोग के होशियार सिंह केस की सीबीआई जांच करवाई गई उसी तरह इन तीनो हत्याओं की भी सीबीआई जांच करवाई जाए अन्यथा पीड़ित परिवारों को न्याय दिलवाने हेतु आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि प्रदेश में हत्याओं का ग्राफ बढ़ रहा है प्रदेश पुलिस कानून व्यवस्था बनाने में नाकाम है इसे दुरुस्त करके गरीबो को न्याय दिलवाया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान लोकसभा सांसद अनुराग ठाकुर ने ऐसे बेसहारा गरीबो की कभी सहायता या न्याय दिलवाने हेतु सिफारिश नही की है, और न ही कभी सांत्वना देने गए हैं। ठाकुर ने बताया कि भलस्वाये पंचायत के युवक प्रशांत कुमार का शव कालका में रहस्यमयी परिस्थितियों में रेल के डिब्बे की तीसरी मंजिल के स्लीपर में मिली परन्तु आज दिन तक पुलिस को पता नही चला है कि प्रशांत को बद्दी से कालका रेलवे स्टेशन में कौन लेकर गया और स्लीपर में शव कैसे मिला, हालांकि परिजनो ने बद्दी पुलिस को लिखित शिकायत भी की है कि उनके बेटे की हत्या की गई है और शक के आधार पर एक लड़के का फोन नम्बर भी दिया था, जिस नम्बर से मृतक ने अपनी माता को अंतिम फोन करके बात की थी, जिसमें प्रशांत ने अपनी माता से कहा था कि यह फोन नम्बर उसके दोस्त का है परन्तु अगले दिन जब मृतक की माता मति देवी ने इस नम्बर पर बात की तो उपरोक्त नम्बर वाले व्यक्ति ने प्रशांत को पहचानने से मना किया।
पूर्व विधायक बंबर ठाकुर
ठाकुर ने बताया कि इसके बाद चार दिन बाद प्रशांत का शव रेलवे स्टेशन कालका के एक स्लीपर पर मिला तो प्रशांत के माता पिता ने फिर से मोबाइल नम्बर 7831912397 पर बात की तथा प्रशांत के बारे में पूछा तो उसने प्रशांत के बारे में कुछ भी बताने से मना कर दिया, जब परिजन उपरोक्त मोबाइल नम्बर वाले लड़के के कमरे में गए तो उन्हें वहाँ पर प्रशांत के कपड़े बैग बगैरा मिले, जिससे परिजनों को शक हो गया कि उपरोक्त लड़का प्रशांत की मौत के बारे में सबकुछ जानता है कि प्रशांत की मौत कैसे व किन परिस्थितियों में हुई थी । उन्होंने कहा कि आज तक कालका पुलिस ने उपरोक्त लड़के से प्रशांत हत्याकांड बारे कोई पूछताछ नही की जो दुर्भाग्य पूर्ण है। इसी तरह निचली भटेड के बघड़ गांव से एक युवक लक्की पुत्र भंडारी जो कम्पनी में काम करता था का शव अम्बाला केंट बस स्टेंट के पास लगभग तीन महीने पहले मिला था जिसकी मौत के बारे में गरीब परिजन आज तक पता नही लगा पाए है कि लक्की अपने कार्य क्षेत्र से अम्बाला कैसे पहुंचा । उन्होंने कहा कि हालात काबू से बाहर होते जा रहे हैं लेकिन सरकार को कोई परवाह नहीं है।