हनुमान ने करवाया राम और लक्ष्मण को राक्षसी बंधन से मुक्त
जनवक्ता डेस्क बिलासपुर
बिलासपुर में चल रही ऐतिहासिक रामलीला के नौंवे दिन समिति द्वारा दिखाए गए पाताल लोक के दृश्य को देखने के लिए श्रद्धालुओं का ऐसा सैलाब उमड़ा कि पंडाल में तिल धरने के लायक जगह शेष न रही। मंच सज्जा के कार्यकर्ताओं व कलाकारों द्वारा इस द्श्य को संवारने के लिए की गई अथक मेहनत बरबस ही दिख रही थी। इस दृश्य में राज पाल कपिल और विकास पुंडीर, विनय कुमार और अमन ने अपने अभिनय का ऐसा जादू बिखेरा कि दर्शक रोमांचित हो उठे। रावण का अनुचर महोदर जब पाताल लोक के राजा अहि रावण और मही रावण को रावण पर बीत रही कहानी का पूरा विवरण बताता है तो अहि रावण अपने भाई के कष्टों का निवारण करने के लिए राम और लक्ष्मण का हरण कर उन्हें पाताल लोक ले जाता है जहां पर वे त्रिपुर सुंदरी मंदिर में राम और लक्ष्मण की बली के लिए उन्हें सुरक्षित रखता है। वहीं दूसरी ओर जब श्री राम शिविर में राम और लक्ष्मण के अचानक गायब होने का पता हनुमान को चलता है तो वे पाताल लोक में प्रस्थान करते हैं जहां मार्ग में हनुमान जी की उनके मानस पुत्र मकरध्वज से भेंट होती है। पाताल लोक जाकर हनुमान राम और लक्ष्मण को राक्षसी बंधन से मुक्त करवाते हैं और अहि रावण और महि रावण का वध करते हैं। इस संध्या में राम का अभिनय नवीन सोनी, लक्ष्मण रिशु शर्मा, हनुमान राजेंद्र चंदेल, विभीषण का अभिनय रजत कुमार ने किया।