राज्यपाल ने किया अंतर्राष्ट्रीय लोकनृत्य उत्सव कुल्लू दशहरा-2018 का उदघाटन
जनवक्ता ब्यूरो कुल्लु
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने शुक्रवार देर शाम को लाल चंद प्रार्थी कला केंद्र में अंतर्राष्ट्रीय लोकनृत्य उत्सव कुल्लू दशहरा-2018 का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर लाल चंद प्रार्थी कला केंद्र में उपस्थित भारी जनसमूह को दशहरा उत्सव की बधाई देते हुए राज्यपाल ने कहा कि कुल्लू का अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव पूरे हिमाचल प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के शांतिप्रिय लोगों ने आज भी अपनी समृद्ध संस्कृति को संजोकर रखा है। आचार्य देवव्रत ने कहा कि दशहरा उत्सव के इस पावन अवसर पर प्रत्येक भारतवासी को मर्यादा पुरुषोत्तम राम के आदर्शों से सीख लेनी चाहिए तथा उन्हें अपने जीवन में आत्मसात करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज देश की नई पीढ़ी को अच्छे संस्कारों की आवश्यकता है। प्रत्येक माता-पिता अपने बच्चों को संस्कारयुक्त शिक्षा प्रदान करे।
राज्यपाल ने युवा पीढ़ी को नशे से दूर रहने की नसीहत भी दी। जैविक खेती पर विशेष बल देते हुए आचार्य देवव्रत ने कहा कि रासायनिक खाद व कीटनाशकों के अंधाधुंध प्रयोग से हमारा खान-पान जहरयुक्त हो चुका है। मेडिकल क्षेत्र में अभूतपूर्व तरक्की के बावजूद गंभीर बीमारियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। इसको देखते हुए हमें जैविक खेती को अपनाना होगा।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कुल्लू जिला के शहीद सैनिकों के परिजनों को अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव समिति की ओर से सम्मानित भी किया। इससे पहले अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव समिति के अध्यक्ष और वन, परिवहन, युवा सेवाएं व खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने राज्यपाल और अन्य अतिथियों का स्वागत किया तथा अंतर्राष्ट्रीय दशहरा उत्सव के दौरान आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी।