दसवें दिन मुख्य आकर्षण रावण वध
जनवक्ता डेस्क बिलासपुर
बिलासपुर नगर के डियारा सेक्टर में चल रही शताब्दी पुरानी श्री राम लीला के दसवें दिन मुख्य आकर्षण रावण वध दृश्य में प्रभु राम लंकाधिपति रावण का वध करते हैं। प्रभु राम का अभिनय कर रहे नवीन सोनी और रावण बने बृजेश कौशल ने अपने दमदार और सशक्त अभिनय ने दर्शकों के मन में अमिट छाप छोड़ी। शुक्रवार को रावण वध दृश्य को देखने के लिए हजारों की संख्या में दर्शक रामलीला प्रांगण में पहुंचे थे। इस दृश्य में प्रभु राम और रावण का भयंकर युद्ध होता है। मायावी रावण छल से युद्ध करते समय जब बार-बार जीवित होता है तो विभीषण प्रभु राम को बताते हैं कि इस मायावी राक्षस का अंत तब तक नहीं होगा जब तक इसकी नाभि में छिपा अमृत कुंड सूख नहीं जाता। इस दौरान वे लक्ष्मण पर नीति का संदेश देते हुए कहते हैं कि लक्ष्मण बुरे कार्य में शीघ्रता और भले कार्य में विलंब कभी नहीं करना चाहिए।
राम और मेरा नाता बहुत पुराना है मैं इन्हें भक्ति भाव से तो पा न सके इसलिए शत्रु भाव अपनाना पड़ा। रावण कहते हैं कि दुष्कर्म था सीता जी का हरण, इसलिए मुझे अपने किए का फल तो भुगतना ही था। रावण की मृत्यु के बाद प्रभु राम विभीषण को लंका का राजा घोषित करते हैं। अगले दृश्य में माता सीता जी की अग्नि परीक्षा दिखाई गई जिसमें अग्नि देव अग्नि से प्रकट होकर माता सीता को राम के सुपुर्द कर देते हैं। रावण की सशक्त भूमिका में बृजेश कौशल ने अपने अभिनय की अमिट छाप छोड़ी। वहीं नवीन सोनी ने राम, रिशु ने लक्ष्मण, कार्तिक ने सीता, राजेंद्रमचंदेल ने हनुमान, रजत कुमार ने विभीषण, पारस ने भरत, जायद शेख ने शत्रुघ्न का, गिरीश शर्मा ने सुग्रीव का अभिनय किया। अंतिम दृश्य प्रभु राम अयोध्या लौट आते हैं जहां पर व्याकुल भरत और शत्रुघ्न उनका भव्य स्वागत करते हैं।