पुलिस स्मृति दिवस आयोजित
जनवक्ता ब्यूरो शिमला
राज्यपाल आचार्य ने कहा कि आंतरिक व्यवस्था को बनाए रखने में पुलिस के जिन जवानों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया है वह हम सब के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। पुलिस बल को उन शहीदों से प्रेरणा लेकर अपने कर्त्तव्य का निर्वहन करते हुए बल की गरिमा को बनाए रखने के लिए हमेशा इमानदारी से प्रयास करना चाहिए ताकि एक बेहतर समाज का निर्माण किया जा सके। राज्यपाल आज यहां पुलिस स्मृति दिवस पर पुलिस बल के शहीद जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि देश की आंतरिक व्यवस्था को बनाये रखने में पुलिस बल का महत्वूपर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि पुलिस व्यवस्था के कारण ही आम आदमी को अभयदान मिलता है लेकिन, इस व्यवस्था में अपराधी को दण्ड मिले और निरपराधी को अभयदान मिले, यह सबसे बड़ी व्यवस्था है। कर्तव्य के प्रति और सजग रहने की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस में रहकर समाज की सेवा करने की उनपर सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। इसलिए विवेक के साथ निर्णय लिए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि 35 हजार से अधिक पुलिस के जवानों ने सेवा में रहते हुए अपने कर्त्तव्य का निर्वहन करते हुए बलिदान देकर बहादुरी और मानवता का परिचय देकर पुलिस बल की गरिमा को बढ़ाया है, जिनके बलिदान को हम नमन करते हैं। उन्होंने कहा कि शहीद हम सबके लिए आदरणीय हैं क्योंकि उन्होंने निःस्वार्थ भाव से देश सेवा की। राज्यपाल ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि हिमाचल प्रदेश के पुलिस विभाग के प्रति लोगों में अधिक विश्वास है। उन्होंने पुलिस कर्मियों से नशे और अन्य सामाजिक बुराइयों के खिलाफ मजबूती से कार्रवाई करने का आग्रह किया ताकि भय मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार किया जा सके। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देव भूमि है और यहां अनेक ऋषियों ने भावी पीढ़ी को मानवता का संदेश दिया। इसलिए इस देवभूमि की सार्थकता को बनाए रखने के लिए पुलिस बल की जिम्मेदारी अधिक है। हालांकि, पुलिस के समक्ष अनेक चुनौतियां हैं। लेकिन, धैर्य और सूझबूझ के साथ इन चुनौतियों से निपटा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास पैदा करने की आवश्यकता है और विश्वास न्याय से पैदा होता है और न्याय इमानदारी से किया जाना चाहिए। राज्यपाल ने इस अवसर पर पुलिस कर्मियों के प्रश्नों के उत्तर देकर प्रेरणादायक संदेश दिया। इससे पूर्व पुलिस महानिदेशक एस.आर. मरडी ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा कहा कि सुविधा और साधन की कमी के बावजूद पुलिस के जवान राष्ट्र की सुरक्षा में महत्वूपर्ण योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस के जो जवान देश की सुरक्षा में शहीद हुए हैं उनके प्रति सम्मान का भाव होना चाहिए क्यांकि उनकी प्रेरणा से ही हम में देशभक्ति का भाव उभरता है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था अनुराग गर्ग ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर पुलिस प्रशासन के उच्च अधिकारी एवं पुलिस कर्मी भी उपस्थित थे।