किया श्रम विभाग के कार्यालय का घेराव
कहा
मनरेगा मजदूरों के लाभ के लिए बनी योजना का बिलासपुर में नहीं मिल रहा लाभ
श्रमिक कल्याण बोर्ड के तहत पूर्व वीरभद्र सरकार ने बनाई थी योजना
जनवक्ता डेस्क बिलासपुर
पूर्व वीरभद्र सरकार ने श्रमिक कल्याण बोर्ड के तहत मनरेगा मजदूरों के लाभ के लिए एक योजना बनाई थी जिसका लाभ बिलासपुर में नहीं मिल पा रहा है। यह बात बिलासपुर सदर के पूर्व विधायक बंबर ठाकुर ने जिला मुख्यालय पर स्थित श्रम कार्यालय का घेराव करने के बाद धरने पर बैठने से पहले उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि मंडी और हमीरपुर जिलों में यह सामान मजदूरों के परिवारों को मिल चुका है लेकिन बिलासपुर में अधिकारियों द्वारा कहा जा रहा है कि जहां विधायक का कार्यक्रम होगा वही आना पड़ेगा वहीं यह सामान मिलेगा । ठाकुर ने बताया कि मजदूरों को 16 अक्टूबर को बरठीं बुलाया गया लेकिन सामान नहीं दिया गया । उन्होंने बताया कि 18 अक्टूबर को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस झंडुत्ता में विभाग ने बुलाया लेकिन उस दिन भाजपा के विधायक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की मेजबानी में व्यस्त रहे और सामान देने नहीं गए। मनरेगा के मजदूर परेशान होकर घर लौट गए। उन्होंने कहा कि सोमवार को जब अपना स्वीकृत सामान लेने के लिए मजदूर बिलासपुर में श्रम कार्यालय पहुंचे तो वहां पर अधिकारियों द्वारा कहा गया कि मैं यहां सामान नहीं दे सकते उन्हें विधायक के कार्यक्रम में आना ही पड़ेगा । पूर्व विधायक ठाकुर ने कहा कि इस तरह का पक्षपातपूर्ण रवैया और तानाशाही नहीं चलने दी जाएगी और इसके खिलाफ जो है तो संघर्ष जारी रखा जाएगा उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत मजदूर के घर बच्चा पैदा होने पर दस हजार रूपए , बच्चों की पीएचडी तक की पढ़ाई के लिए पंद्रह हजार दिया जाता रहा है इसके अलावा मजदूरों के बच्चों की शादी के लिए पचास हजार रूपए, अगर कोई बीमारी हो तो तीस हजार रूपए , दुर्घटना पर वच्चीस हजार रूपए , तथा घटना में मृत्यु पर एक लाख रूपए देने की व्यवस्था है इसके अलावा मृत्यु के बाद कर्म धर्म का अंतिम संस्कार के लिए भी दस हजार रूपए दिए जाते हैं उन्होंने बताया कि मजदूरों को स्वच्छता के लिए वाशिंग मशीन ,साइकिलें, सोलर लैंप, चूल्हे आदि के चेक स्वीकृत हुए हैं लेकिन उन्हें ये नहीं दिए जा रहे। कहा जा रहा है कि जब सदर और झंडुत्ता के विधायक कार्यक्रम करेंगे तभी यह सामान उन्हें दिया जाएगा । पूर्व विधायक के साथ अन्य कांग्रेसी महिला और पुरुष कार्यकर्ता भी धरने में शामिल हुए।