तथाकथित कर्मचारी नेता कर्मचारियों और सरकार को कर रहे गुमराह : अमरनाथ खुराना
जनवक्ता डेस्क बिलासपुर
हिमाचलप्रदेश राज्य कर्मचारी परिसंघ के राज्य अध्यक्ष अमरनाथ खुराना ने अन्य तीन प्रमुख परिसंघ नेताओं के साथ आज यहाँ कहा कि वर्ष 2003 के बाद पुरानी पेंशन योजना को समाप्त करके प्रदेश में लागू की गई कर्मचारी विरोधी नई पेंशन नीति का चारों तरफ सभी कर्मचारी वर्गों द्वारा भारी विरोध किया जा रहा है जबकि कुछ तथाकथित कर्मचारी नेता चापलूसी ,चाटुकारिता और ब्यक्तिगत स्वार्थ के वशीभूत होकर अखबारों में गलत ,अनुचित और बेतुके ब्यान देकर कर्मचारियों और सरकार को गुमराह कर रहे हैं इन नेताओं ने कहाकि कर्मचारियों को ठेका प्रथा के अधीन लूटने और लुटवाने के सिवा कुछ भी और नहीं है क्यूं कि ठेके पर रखे गए कर्मचारियों के वेतन से काटे जाने वाले ई.पी,ऍफ़ तक की सम्बंधित कर्मचारियों को वार्षिक सूचियाँ तक उपलब्ध नहीं करवाई जाती हैं और उनके वेतन से काटे जाने वाली इस राशि का डट कर दुरूपयोग किया जा रहा है | उन्होंने कहाकि पांच हजार से लेकर 15-20 हजार प्रति मास वेतन देकर कर्मचारियों और अधिकारियों से रात-दिन काम लिया जा रहा है जबकि सेवानिवृत होने पर दो- दो हजार रूपये की नाम मात्र की पेंशन दी जा रही है | जिस राशि से परिवार का पालन पोषण करना तो दूर की बात सम्बंधित कर्मचारी का चाय-पान का खर्च भी नहीं चल पा रहा है |
अमरनाथ खुराना ने कहाकि पंजाब स्तर पर मिलने वाले वेतन भत्ते जनवरी , 2016 से देय हैं ,जो अभी तक दो वर्ष बाद भी हिमाचल के कर्मचारियों को नहीं मिल पाए हैं | उन्होंने हिमाचल सरकार से 4-9-14 वर्ष सेवा लाभ देने , लंबित चिकित्सा बिलों का भुगतान करने , खाली पड़े पदों को तुरंत बेरोजगार पढ़े लिखे युवक –युवतियों से भरने और परिसंघ से कर्मचारियों की लंबित मांगों पर संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक बुलाने आदि की मांगें की | उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि शिमला में बैठे कुछ तथाकथित कर्मचारी नेता सचिवालय की परिक्रमा करते रह कर अधिकारियों और राज नेताओं को गुमराह करके अपने स्वार्थ साधन में लगे रहते हैं और कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा करने की बजाये चापलूसी करके अपनी चौधराहट चमकाए रखने के अभ्यस्त हो गए हैं , जिनसे सावधान रहें ताकि कर्मचारियों और सरकार के बीच मधुर सम्बन्ध निरंतर बने रहें |