पूरे देश के साथ हिमाचल में भी संवेग कार्यक्रम का शुभारंभ
जनवक्ता ब्यूरो, बद्दी (सोलन)
बिहार के स्वाथ्य मंत्री तथा हिमाचल प्रदेश के भाजपा प्रभारी मंगल पांडे ने केंद्र तथा प्रदेश सरकार के अधिकारियों का आह्वान किया कि वे आपसी समन्वय के साथ ‘संवेग’ के कार्यान्वयन को सफल बनाएं। मंगल पांडे आज सोलन जिला के नालागढ़ उपमंडल के बद्दी में सूक्ष्म, लघु तथा मध्यम उद्योगों के लिए महत्वाकांक्षी संवेग कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर उपस्थित उद्योग जगत के प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों के लिए सहयोग एवं संपर्क के लिए संवेग का शुभारंभ किया। संवेग कार्यक्रम सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों के लिए ऋण उपलब्धता सहित विभिन्न कार्यों में समन्वय स्थापित करेगा। अब उद्यमी को एक घंटे से कम समय में पता चल जाएगा कि उसे बैंक से ऋण प्राप्त हुआ है या नहीं। इसके लिए उद्यमी को ऑनलाइन आवेदन करना होगा तथा उसे ऑनलाइन ही जानकारी प्राप्त हो जाएगी। बद्दी में संवेग का मुख्य लक्ष्य फार्मा उद्योग रहेगा। कांगड़ा में हथकरघा उद्योग तथा ऊना में लकड़ी के कार्य पर संवेग कार्यक्रम को केंद्रित किया जाएगा।
मंगल पांडे ने इस अवसर पर कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग देश की आर्थिकी का आधार हैं। देश का अधिकांश उत्पादन इन्हीं उद्योगों के माध्यम से संभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि संवेग इन उद्योगों की विभिन्न समस्याओं का समाधान सुनिश्चित बनाएगा तथा ऋण प्राप्ति को सुगम एवं समयबद्ध बनाने में सहायता करेगा।
उन्होंने कहा कि संवेग देश में उद्योग जगत के विकास में क्रांति लाएगा और देश के विकास को नई ऊंचाईयां प्रदान करेगा। संवेग कार्यक्रम जहां उद्योगों की शीघ्र स्थापना में सहयोग करेगा वहीं आर्थिकी को अधिक मजबूत भी बनाएगा।
मंगल पांडे ने कहा कि कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी स्तरों पर नियमित अनुश्रवण आवश्यक है। इसके लिए केंद्र तथा राज्य सरकार के संबद्ध अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि क्षेत्र विशेष के उद्योग की आवश्यकताओं के आधार पर ही नीतियों को अंतिम रूप दें।
प्रदेश भाजपा के प्रभारी ने कहा कि देश में 1952 से सरकारें कार्यरत रही हैं। किन्तु नरेंद्र मोदी की सरकार ने सभी के समक्ष यह सिद्ध किया है कि सरकार चलाने और देश के आम आदमी के लिए सही मायनों में काम करने में क्या अंतर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकासपरक नीतियों के कारण आज देश चहुंमुखी प्रगति के मार्ग पर अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि उद्योग की स्थापना एवं इसे रोजगार एवं स्वरोजगारपरक बनाने के लिए समुचित वित्त पोषण आवश्यक है और इस दिशा में ऋण उपलब्धता सुगम बनाकर संवेग कार्यक्रम महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।
दून के विधायक परमजीत सिंह पम्मी ने इस अवसर पर उद्योग जगत को विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार उन्हें श्रेष्ठ अधोसंरचना उपलब्ध करवाने एवं समस्या समाधान की दिशा में तत्पर है।
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव तथा योजना प्रभारी अलि रज़ा रिज़वी ने कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग देश की अर्थव्यवस्था का मूल हैं। उन्होंने कहा कि देश के निर्यात की 40 प्रतिशत भागीदारी इन्हीं उद्योगों की है। उन्होंने प्रस्तुतिकरण के माध्यम से संवेग कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी।
प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग मनोज कुमार ने कहा कि हिमाचल में स्थापित लगभग 48 हजार उद्योगों में से 99 प्रतिशत सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग हैं। इस क्षेत्र में प्रदेश का 93 प्रतिशत रोजगार उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि संवेग कार्यक्रम हिमाचल के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण सिद्ध होगा।
ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के महाप्रबंधक नवलीन कुन्द्रा ने संवेग के तहत ऋण उपलब्धता की विस्तृत जानकारी प्रदान की।
उद्योग विभाग के उपनिदेशक संजय कवंर ने सभी का स्वागत किया तथा लघु उद्योग भारती के राज्य अध्यक्ष डॉ. विक्रम बिंदल ने धन्यवाद प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श सत्र भी आयोजित किया गया।
शिमला लोकसभा क्षेत्र के सांसद प्रो. वीरेंद्र कश्यप, नालागढ़ के पूर्व विधायक एवं जिला भाजपा अध्यक्ष केएल ठाकुर, दून की पूर्व विधायक विनोद चंदेल, प्रदेश जल प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष दर्शन सिंह सैणी, प्रदेश भाजपा सचिव रतन सिंह पाल, उपायुक्त सोलन विनोद कुमार, बीबीएनडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी केसी चमन, पुलिस अधीक्षक बद्दी बिंदू रानी सचदेवा, जिला के अग्रणी बैंक यूको बैंक के महाप्रबंधक ए.के. गोलेचा, विभिन्न उद्योग संघों के पदाधिकारी, प्रतिनिधि तथा उद्योगपति एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।