जनवक्ता ब्यूरो शिमला
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि आज भावी पीढ़ी को भारतीय उच्च संस्कृति का ज्ञान देना जरूरी है। भारतीय संस्कृति और परम्परा को अपनाकर ही हम उन्नत राष्ट्र की कल्पना कर सकते हैं।
राज्यपाल आज शनिवार को गुरुकुल कुरुक्षेत्र के दो दिवसीय 106वें वार्षिक समारोह की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश विकास के पथ पर अग्रसर है। वह भारतीय संस्कृति के पोषक हैं। अपने कार्यों के द्वारा उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपने डेढ़ वर्षों की अल्पावधि में जन कल्याण के अनेक कार्य किए हैं, जिसके परिणामस्वरूप वह उत्तर प्रदेश में कुशल प्रशासक व लोक प्रिय मुख्यमंत्री के रूप में विख्यात हुए हैं। मुख्यमंत्री ने गो-हत्या पर अंकुश लगाकर उत्तर प्रदेश को गो-हत्या के पाप से बचा लिया है। योगी ने प्रदेश के लोगों को लूटपाट के माहौल से निजात दिलाई है। आज उत्तर प्रदेश के लोग शान्त वातावरण के कारण खुशहाल हैं।
समारोह के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सुसंस्कारित गुरुकुल शिक्षा पूरे विश्व में प्रवाहित होनी चाहिए। गुरुकुल शिक्षा पद्धति विद्यार्थियों में अनुशासन व प्रेम की भावना जागृत कर समाज उत्थान में अहम् भूमिका निभाती है। गुरुकुल शिक्षा पद्धति विश्व में सबसे बड़ी शक्ति के रूप में स्थापित होगी जिससे समाज को एक नई दिशा व मार्गदर्शन मिलेगा।
उन्होंने कहा कि गुरुकुल कुरुक्षेत्र में गो संरक्षण व संवर्धन के लिए उन्नत नस्ल की गायों के दुग्ध उत्पादन में उल्लेखनीय कार्य कर गाय की उपयोगिता को बढ़ा दिया है। गुरुकुल कुरुक्षेत्र ने जीरो बजट प्राकृतिक कृषि का मूल मंत्र देकर किसानों को जीवन प्रदान करने की अलख जगाई है जो निःसन्देह किसान के उत्थान में मील का पत्थर साबित होगी।
इससे पूर्व, योगी आदित्यनाथ ने गुरुकुल कुरुक्षेत्र के श्री गोपाल कृष्ण गोशाला नवनिर्मित भवन का उद्घाटन किया। उन्होंने गुरुकुल द्वारा प्रकाशित वार्षिक स्मारिका का विमोचन भी किया।
समारोह में अस्थल बोहर मठ के संचालक बाबा बालकनाथ, जूनागढ़ अखाड़े के बाबा शेरनाथ महाराज, थानेसर के विधायक सुभाष सुधा, छपरौली उत्तर प्रदेश के विधायक सहेन्द्र रमाला, सहारनपुर के विधायक बृजेश सिंह, आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा के प्रधान मा. रामपाल आर्य, गुरुकुल के प्रधान कुलवन्त सिंह सैनी, राज्यपाल के ओएसडी राजेन्द्र विद्यालंकार, उद्योगपति व समाजसेवी राकेश जैन, निदेशक व प्राचार्य कर्नल अरुण दत्ता, सह प्राचार्य शमशेर सिंह, अभिभावकगणों के अतिरिक्त भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।