उजाला पब्लिक स्कूल ने खरीदे हैं दो हजार मिट्टी के दिए
इन्हें अपने हाथों से रंगा है स्कूली बच्चों ने, अब बांट रहे लोगों को मुफ्त में
जनवक्ता ब्यूरो मंडी
दीपावली का त्यौहार नजदीक आते ही सोशल मीडिया पर विदेशी सामानों के बहिष्कार का एक दौर सा चल पड़ता है। हालांकि सोशल मीडिया पर बहिष्कार करने वाले अधिकतर लोग इनका खुद भी इस्तेमाल करते हैं। लेकिन सोशल मीडिया से दूर हटकर हकीकत में स्वदेशी अपनाने का संदेश देने निकले हैं उजाला पब्लिक स्कूल के बच्चे। स्कूल प्रबंधन ने दीपावली के उपलक्ष पर दो हजार मिट्टी के दिए खरीदे और इन्हें बच्चों के हवाले कर दिया। स्कूल में एंटरटेनमेंट एक्टिविटी के दौरान इन बच्चों ने अपने हाथों से इन दियों को विभिन्न रंगों में रंगा। दीयाों को रंगने के बाद अब यह बच्चे इन दियों को निशुल्क बांटने के लिए निकले हुए हैं।
जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर शहर के गणमान्य और साधारण नागरिकों को यह दिए बांटकर स्वदेशी अपनाने का संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है। दिये बांटने आए स्कूली बच्चों ने बताया कि दीपावली पर बहुत सी विदेशी वस्तुओं का इस्तेमाल होता है। पटाखों को चलाकर प्रदूषण फैलाया जाता है, जबकि मिट्टी के दिए बनाने वालों की तरफ कोई ध्यान नहीं देता। एक समय में इन्हीं दीयों से घर को रोशन किया जाता था। लोग फिर से इनकी तरफ अग्रसर हों और इनका अधिक से अधिक इस्तेमाल करें, इसलिए सभी को यही संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है।