बिलासपुर लेखक संघ की नियमित मासिक संगोष्ठी मैहरी काथला में सम्पन्न
सदस्य प्रेम टेसू और ब्रह्मी देवी के देहावसान पर दो मिनट का मौन
जनवक्ता डेस्क बिलासपुर
बिलासपुर लेखक संघ की नियमित मासिक संगोष्ठी मैहरी काथला ( खसरी ) में सम्पन्न हुई । इस कार्यक्रम में सेवा निवृत्त प्रिंसिपल उमेश दत शर्मा बतौर मुख्यातिथि उपस्थित हुए । रविन्द्र शर्मा ने समझ नहीं आ रहा है यह देश कहाँ जा रहा है , सीताराम शर्मा ने सुंदर पर्वत राज है तूँ , विजय कुमारी ने जीवन पानी का एक बुलबुला है , हेमराज शर्मा ने जिन्दगी इक फलसफा है प्यार का मगर नफरतें भी कम नहीं , अमर नाथ धीमान ने घर को घर बनाईए , कुलदीप ने बुढापे की गवाही देती चेहरे की झुरियाँ , रविन्द्र कमल ने ना रुके यह कारवां चलता रहा हूँ , बीरबल धीमान ने दीपक की ज्योति हमीं से है , अनिल शर्मा नील ने मना रहे थे जो जश्न वो विजय का फीकी पड गई वो आवाज , बुद्धि सिंह चंदेल ने बीत गई दिवाली लेकर खुशियों की बारात , वीना वर्धन ने लघुकथा छड्डी दे शराबा , जसवंत सिंह चंदेल ने पत्थर तोडती हथौडे को ऊपर उठा उठा कर , रूप शर्मा ने चुनाव आते ही मतदाता भगवान बन जाता है , रविन्द्र ठाकुर ने सच्चाई ने जुवान पे अपनी डेरा कुछ यूँ डाला है , सुरेन्द्र मिन्हास ने जे नी चक्को पत्थर गटा कने मैली नी हो रेत , सुशील पुंडीर ने व्यास धरा व्यासपुर हूँ मैं , रोशन लाल शर्मा ने आओ देखें अंदर झांक कर आज के नेता कैसे हैं , सुना कर उपस्थित जनसमूह का खूब मनोरंजन किया । मुख्यातिथि उमेश दत शर्मा ने लेखन कार्य को परमात्मा की अनुपम देन बताते हुए बिलासपुर लेखक संघ की गतिविधियों की सराहना की । सदस्य प्रेम टेसू और ब्रह्मी देवी के देहावसान पर दो मिनट का मौन रखा गया । कार्याशाला के आयोजन के लिए चर्चा की और आयोजन के लिए कमेटी गठित की । मुन्नी कार्यक्रम के तहत यामिनी को ग्यारह सौ रुपए की एफडी प्रदान की । चन्द्र शेखर पंत ने उत्सव और त्योहार पर शोधपत्र पढा और द्वारिका प्रसाद शर्मा ने कवि बडे पारखी होते हैं पर शोधपत्र पढा । कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत्त प्रिंसिपल रविन्द्र शर्मा ने की । मुख्यातिथि उमेश दत शर्मा , रविन्द्र शर्मा , मनसा राम को टोपी , सरोपा और स्मृति चिन्ह तथा हाल में ही प्रकाशित पुस्तकें भेंट कर सम्मानित किया ।