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मुख्यमंत्री ने धर्मशाला में रखी क्षेत्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के डीएनए खण्ड की आधारशिला

Byjanadmin

Nov 13, 2018


जनवक्ता डेस्क बिलासपुर

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज कांगड़ा जिला की क्षेत्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला उत्तरी क्षेत्र धर्मशाला के डीएनए खण्ड की आधारशिला रखी। इस प्रयोगशाला का निर्माण एक करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा और यह आरएफएसएल धर्मशाला से डीएनए रिपोर्ट प्राप्त करने में चम्बा, कांगड़ा तथा ऊना जिलों की मदद करेगी। मुख्यमंत्री ने एक वर्ष के भीतर भवन का निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए और अपराधिक जांच में नियोजित वैज्ञानिक उपकरणों के अधिक से अधिक उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए विभाग की अन्य जरूरतों को पूरा करने के भी निर्देश दिए, क्योंकि इससे जांच में पादर्शिता तथा तेजी आएगी। उन्होंने कांगड़ा जिला के साईबर अपराध की प्रथम एनएबीएल मान्यता प्राप्त रिपोर्ट औपचारिक तौर पर जारी करते हुए विभाग के प्रयासों की सराहना की। जय राम ठाकुर ने कहा कि आरएफएसएल धर्मशाला देश की पहली क्षेत्रीय प्रयोगशाला है जो राष्ट्रीय मान्यता बोर्ड से परीक्षण तथा अंशशोधन प्रयोगशाला के लिए मान्यता प्राप्त है। उन्होंने कहा कि इस प्रयोगशाला ने एशिया की सर्वश्रेष्ठ सरकारी फॉरेंसिक प्रयोगशाला हॉंग-कॉंग के साथ पिछले दो वर्षां से लगातार दक्षता परीक्षण में सफलतापूर्वक भाग लिया
मुख्यमंत्री ने आरएफएसएल उत्तरी रेंज धर्मशाला में वीडियो कॉफ्र्रेसिंग सुविधा का भी शुभारम्भ किया। यह सुविधा हाल ही में 10 लाख रुपये खर्च करके उपलब्ध करवाई गई है। वीडियो कॉंफ्रेसिंग के माध्यम से आधुनिक विशेषज्ञ परिसाक्ष्य के लिए सृजन नवोन्मेष निधि के तहत किया गया है और हिमाचल प्रदेश सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा दो एमबीपीएस लाईन प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि यह सुविधा पारगमन में फॉरेंसिक विशेषज्ञों के श्रम समय को बचाएगी और बचे हुए समय का मामलों के विशलेषण के उपरान्त गुणात्मक रिपोर्ट के सृजन में सदुपयोग करने में मदद करेगी तथा अपराधिक मामलों के विशलेषण और इनके निपटारे में तेजी लाएगी।
फॉरेंसिक विज्ञान सेवाएं निदेशक अरूण शर्मा ने बताया कि डीएनए के लिए इसी प्रकार की अधोसंरचना सुविधा की आरएफएसएल मण्डी के लिए भी योजना बनाई गई है और हिमाचल प्रदेश राज्य की सभी फॉरेंसिक प्रयोगशालाओं में डीएनए सुविधा प्रदान करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सुविधा विश्व की आधुनिक फॉरेंसिक प्रयोगशालाओं की तर्ज पर डीएनए डाटा बेस तैयार करने के लिए आवश्यक डीएनए प्रोफाईल तैयार करने में मदद करेगी।
शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी, उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

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