स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. अनुपम शर्मा ने किया सफल आपरेशन
बिलासपुर के जिला अस्पताल में थी महिला भर्ती
जनवक्ता डेस्क बिलासपुर
अनुभव और काबलियत का संगम होता है तो बड़े से बड़े काम भी सहजता से हो जाते हैं। मरीज की आस्था और विश्वास का बना रहना चिकित्सक के इसी गुण पर निभर्र करता हैं। भले ही बिलासपुर अस्पताल आए दिन किसी न किसी कारण से सुर्खियों में रहता हो लेकिन कुछ चिकित्सक ऐसे भी हैं जिनके कारण न सिर्फ अस्पताल की व्यवस्था पटरी पर दौड़ रही है बल्कि मरीजों का भी विश्वास स्वास्थ्य तंत्र पर बना हुआ है। बिलासपुर में चिकित्सकों का आना-जाना लंबे समय से लगा है लेकिन कुछ एक चिकित्सकों के कारण न सिर्फ लोगों का भला हो रहा है बल्कि लोगों का विश्वास भी सरकारी संस्थानों पर बना है। जी यहां बात हो रही है बिलासपुर मुख्यालय पर स्थित जिला अस्पताल में ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा से दिन रात अपनी सेवाएं देने वाली स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. अनुपम शर्मा की। बीती रात डा. अनुपम ने एक महिला के पेट से पांच किलोग्राम वजन से ज्यादा की रसौली निकालने का सफल आपरेशन कर न केवल इस अस्पताल में नया इतिहास कायम किया है बल्कि पीड़ा झेल रही महिला को भी रोग से निजात दिलाई है। करीब एक घंटे तक चले इस आपरेशन को उनकी टीम ने सफलता से पूर्ण किया, तथा अब मरीज स्वास्थ्य लाभ ले रही हैं। मूलतया पालमपुर (कांगड़ा) की रहने वाली प्रीति वालिया (38) के पेट का आकार कुछ महीनों से बढ़ रहा था तथा हैरानी की बात है कि उन्हें किसी प्रकार की कोई खास पीड़ा नही थी। बिलासपुर पहुंचने पर मरीज महिला के सभी टैस्ट करवाए गए तथा अल्ट्रा साऊंड के बाद पेट में एक गोलाकार आकृति के नजर आने के बाद डा. अनुपम ने आपरेशन करने का निर्णय लिया। आपरेशन के बाद जो आकार व रसौली का वजन निकला उससे स ाी चकित थे। इस आपरेशन को सफलता से संपूर्ण करने में डा. अनुपम शर्मा की टीम में एनेस्थेसिजिया स्पेशलिस्ट डा. मुकेश, ओटीए उमेश कुमार, सिस्टर्स रोमा चंदेल व संतोष कुमारी तथा अन्य सहयोगियों ने अहम भूमिका निभाई। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी डा. अनुपम इस प्रकार के जटिल आपरेशनों को सफलता से पूर्ण कर मरीजों को राहत पहुंचा चुकी है।
महिला के पेट से निकली रसौली
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मरीज में किसी भी कारण रसौली हो सकती है, मसलन रसौली होने के कई कारण हो सकते हैं। यह दो प्रकार की होती है। जिस रसौली में सैल आगे से आगे बढ़ते हैं उसे कैंसर रोग कहते हैं जबकि आकार बढ़ने वाली रसौली को कैंसर का नाम नहीं दिया जा सकता है। लिहाजा जब भी शरीर में कुछ अप्रत्याशित कमी या बढ़ोतरी होना शुरू हो जाए तो तुरंत चिकित्सक के पास जाकर ईलाज करवाना चाहिए। प्रीति वालिया के पेट से 5 किलोग्राम से ज्यादा वजन की रसौली का सफल आपरेशन किया गया है अब मरीज स्वास्थ्य लाभ ले रहा है।
डा. अनुपम शर्मा,
स्त्री रोग विशेषज्ञ
जिला अस्पताल बिलासपुर हिप्र
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बीती रात एक महिला की पेट से पांच किलोग्राम की रसौली निकालने का सफल आपरेशन गायनी स्पेशलिस्ट डा. अनुपम शर्मा व उनकी टीम द्वारा किया गया। सफल आपरेशन के लिए वे बधाई क पात्र हैं। बिलासपुर अस्पताल में आपरेशन संबंधी पूरी सुविधाएं है लेकिन स्टाफ की कमी कभी-कभार आड़े आ जाती है। जिससे समस्या उत्पन्न होती है। धीरे-धीरे व्यवस्था पर माकूल सुधार हो जाएगा।
डा. राजेश आहलुवालिया
चिकित्सा अधीक्षक
क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर हिप्र