युवा क्लबों को पौधरोपण गतिविधियों से जोड़ा जाएगा
जनवक्ता ब्यूरो शिमला
युवा सामाजिक बदलाव, आर्थिक विकास तथा तकनीकी नवाचार के मुख्य कारक हैं और इनकी ऊर्जा को समाज निर्माण से जुड़े रचनात्मक कार्यों में लगाने के निरंतर प्रयास होने चाहिए ताकि वे बुराईयों की ओर आकर्षित न हों। यह बात युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने आज यहां राज्य स्तरीय युवा सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि युवाओं में संकल्प, सहयोग, इच्छाशक्ति, स्वयं सहायता तथा सामाजिक कल्याण व सामुदायिक विकास गतिविधियों को अपनाने की भावना उदृत करने में नेहरु युवा केन्द्र एक सराहनीय कार्य कर रहा है। उन्होंने समाज में बढ़ रहे नशे के चलन पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस गंभीर समस्या पर अंकुश लगाने के लिए स्वयं मुख्यमंत्री संवेदनशील हैं और एक प्रभावी रणनीति तैयार करने के लिए समय-समय पर बैठकें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नशे के विरूद्ध एक राज्यव्यापी अभियान चलाया जाएगा, जिसमें युवाओं की भूमिका और सहयोग महत्वपूर्ण होगा।
युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री ने कहा कि राज्य में नेहरू युवा केन्द्र के लगभग 5000 हजार और खेल विभाग के 3000 युवा क्लब हैं। उन्होंने कहा कि सभी युवा क्लबों को अगले वर्ष वनीकरण गतिविधियों से जोड़ा जाएगा। प्रत्येक युवा क्लब को 500 पौधे लगाने की जिम्मेवारी दी जाएगी और इस प्रकार लगभग 40 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि इस वर्ष बरसात के दौरान 90 हजार लोगों को जोड़कर प्रदेश में तीन दिन के भीतर 17.54 लाख पौधों का रोपण किया गया।
उन्होंने कहा कि सरकार की सभी योजनाएं, नीतियां और कार्यक्रम लोगों की भलाई के लिए हैं, लेकिन इन्हें ज़मीनी स्तर पर कार्यान्वित करने के लिए मेहनत, इमानदारी, कर्तव्यपरायणता और समर्पण होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की पहले दिन से व्यवस्था में सकारात्मक बदलाव लाने की सोच रही है। परिणाम ज़मीन पर दिखने चाहिए और इसके लिए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को भी अपनी कार्यशैली और सोच में बदलाव लाने की आवश्यकता है। बेशक वह अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन और अधिक अच्छा करने की हमेशा गुंजाईश रहती है। उन्होंने सरकार की विभिन्न योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए विभागों में आपसी तालमेल की आवश्कता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि समाज में बहुत से लोग गरीब और वंचित हैं, उन लोगों तक योजनाओं का लाभ पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा कि बैठकें परिणाम आधारित होनी चाहिए और सभी अधिकारियों को बैठकों में आना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को अपने विभागों के कार्यों का वर्ष के लिए कैलेण्डर बनाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने सभी विधानसभा क्षेत्रों में लोक भवन बनाने के लिए 30-30 लाख रुपये की राशि का प्रावधान किया है जिनमें लोगों को सार्वजनिक कार्य करने की सुविधा मिलेगी।
नेहरू युवा संगठन के निदेशक सुखदेव सिंह ने राज्य में नेहरू युवा संगठन की गतिविधियों का विवरण देते हुए कहा कि संगठन का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को सामाजिक गतिविधियों से जोड़ना है। उन्होंने कहा कि युवा क्लब नेहरू युवा केन्द्रों के माध्यम से राज्य व राष्ट्रीय युवा उत्सवों के आयोजन के अलावा साहसिक कार्यक्रम, स्वच्छ भारत कार्यक्रम व राष्ट्रीय एकता से जुड़े कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।
उन्होंने कहा कि श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले युवा क्लबों को पुरस्कार का प्रावधान है जिसमें जिला स्तर पर 25000 रुपये, राज्य स्तर पर एक लाख व राष्ट्रीय स्तर पर दो, तीन व पांच लाख रुपये है। उन्होंने कहा कि वाराणासी में होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन में हिमाचल के दो युवा भाग लेंगे।
विशेष सचिव आपदा प्रबंधन डी.सी. राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आपदाओं से निपटने के लिए युवाओं की टास्क फोर्स बनाने का निर्णय लिया है। राज्य के 65000 युवाओं को इस बल से जोड़ने का लक्ष्य है। इन्हें प्राथमिक उपचार तथा जान व माल की रक्षा का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा ताकि वे किसी भी प्राकृतिक आपदा के दौरान स्थानीय स्तर पर प्रथम रिस्पांडर के रूप में अपनी भूमिका निभा सके। उन्होंने कहा कि ‘नो हॉर्न’ अभियान शिमला और मनाली शहरों में चलाया गया है और इसे सफल बनाने के लिए युवाओं को इससे जोड़ा जाएगा।
नेहरू युवा संगठन के सयुंक्त निदेशक प्रभात कुमार ने इस अवसर पर युवा कार्यक्रमों पर बहुमूल्य सुझाव दिए।
बैठक में हि.प्र. विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति, सामाजिक न्याय व अधिकारिता, युवा सेवाएं एवं खेल विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित बैंकर्ज़, सभी जिलों के नेहरू युवा समन्वयक तथा समिति के अन्य सदस्य मौजूद रहे।