जनवक्ता ब्यूरो हिसार
राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि हर बच्चे में कोई न कोई प्रतिभा है, जिसे निखारने की जरूरत होती है। अभिभावक व शिक्षक इस कार्य को बेहतर तरीके से कर सकते हैं।
राज्यपाल आज हिसार के लाजपत नगर में विज्ञान धारा शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल ने कहा कि जिन बच्चों में जज़्बा, जुनून व कर्तव्य निष्ठा प्रगाढ़ होती है और जो ऊंचे सपने देखते हैं, वही सफलता प्राप्त करते हैं। दृढ़़ इच्छाशक्ति के साथ आगे बढ़ने से ही सफलता मिलती है। उन्होंने विद्यार्थियों से माता-पिता और गुरुजनों के सानिध्य में रहकर शिक्षा ग्रहण करने को कहा। उन्होंने कहा कि इन के मार्गदर्शन में चलकर कभी भटकाव नही आता और हमें आयु, विद्या, यश और बल मिलता है।
उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस युग में तनावमुक्त होकर परिश्रम करने की जरूरत है और प्रतिभावान छात्र इन गुणों के साथ अपना रास्ता स्वयं बना लेते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से नशे जैसी बुराइयों से बचकर कड़े परिश्रम का आह्वान किया।
इससे पूर्व, राज्यपाल ने सुखराम पब्लिक स्कूल, हिसार के वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विद्या से बढ़कर कोई दान नही है, क्योंकि विद्या ही व्यक्ति को इंसान बनाती है।
आचार्य देवव्रत ने कहा कि ग्रामीण पृष्ठभूमि के बच्चे अधिक प्रतिभावान होते हैं। उन्होंने बच्चों से अपने में हीन भावना न लाकर कड़ा परिश्रम करने को कहा। उन्होंने कहा कि इतिहास ऐसे लोगों ने ही बदला है, जिन्होंने मेहनत का पसीना बहाया है। उन्होंने कन्या शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि आज बेटियां जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त कर आगे बढ़ रही है। इसलिये हमें लड़का और लड़की में भेद नहीं करना चाहिए।
इस अवसर पर राज्यपाल ने स्कूल के नवनिर्मित भवन का लोकार्पण भी किया।
स्कूल के प्रधानाचार्य बलविंदर सिंह ने राज्यपाल का स्वागत किया तथा गत एक वर्ष के दौरान स्कूल गतिविधियों की जानकारी दी।
स्कूल के संस्थापक राम स्वरूप आर्य ने राज्यपाल का स्वागत किया।
महऋषि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति श्री बी. के. पुनिया भी इस अवसर पर उपस्थित थे।