स्थानीय सीनियर सेंकेडरी कन्या स्कूल की छात्राओं का पर्यटन भ्रमण
नवम कक्षा से लेकर जमा दो तक की छात्राओं ने ली जानकारी
जनवक्ता डेस्क बिलासपुर
पर्यटन मानव, प्रकृति और संस्कृति के बीच एक रचनात्मक संपर्क स्थापित करता है और पर्यटन स्थलों तक लोगों को आकर्षित करने की इनमें अपार क्षमता है। यह बात बिलासपुर में आईटीआई के निकट पर्यटन निगम के कैफे के प्रभारी राज कुमार ने स्थानीय सीनियर सेंकेडरी कन्या स्कूल की छात्राओं को संबोधित करते हुए कही। इस स्कूल में पर्यटन विषय को पढ़ने वाली 70 छात्राएं अपने पर्यटन भ्रमण के दौरान जानकारी प्राप्त कर रही थीं। इस गु्रप में नवम कक्षा से लेकर जमा दो तक की छात्राएं शामिल रहीं। स्कूल में पर्यटन विषय की प्रभारी भारती चंदेल ने बताया कि इस विषय को पढ़ने वाली छात्राओं को विषय भ्रमण के तहत यहां लाया गया है।
राजकुमार ने बताया कि पर्यटकों के लिए हिमाचल विविधताओं भरा स्थान है। इन विविधताओं के आर्थिक पहलुओं को देखते हुए शिल्प आदि क्षेत्रों के संवर्धन हेतु ठोस सरकारी प्रयासों का परिणाम एक नई आर्थिक संभावना के रूप में देखा जा सकता है तथा नए चिन्हित पर्यटन स्थलों पर ढांचागत सुविधाओं का विकास कर न केवल शहरी बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसरों की उपलब्धता बढ़ाई जा सकती है। उन्होंने फ्रंट आफिस, रेस्टोरेंट और होटल के बारे में अलग-अलग जानकारी भी दी। उन्होंने इस विषय की उपयोगिता को बताते हुए कहा कि पर्यटकों के लिए कैम्पिंग स्थलों का संचालन करने से भी विद्यार्थियों को काम मिल सकता है। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित जनशक्ति की जरूरत पड़ेगी। खान-पान के लिए भी कुछ विशेषज्ञों की सहायता लेनी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि कुछ विद्यार्थियों को गाइड के रूप में काम करने के अवसर मिल सकते हैं। ये आने वाले पर्यटकों को अड़ोस-पड़ोस की पहाड़ियों और जंगलों की सैर करा सकते हैं और स्थानीय वनस्पतियों और जीव-जंतुओं तथा ऐतिहासिक और पौराणिक स्थलों की तरह अपने समुदाय और लोक-जीवन का परिचय दे सकते हैं।