अतिरिक्त मुख्य सचिव लोक निर्माण, राजस्व व आपदा प्रबन्धन मनीषा नन्दा ने आज यहां बताया कि हिमाचल सरकार ने सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) से बर्फबारी से बन्द हुए रोहतांग दर्रे को यातायात के लिए बहाल करने के मामले को प्रभावी रूप से उठाया, जिसके परिणामस्वरूप बीआरओ ने आज इसके खोलने के कार्य को आरम्भ कर दिया है।
मनीषा नन्दा ने बताया कि रोहतांग सुरंग का निर्माण कार्य अभी चल रहा है और ये आवाजाही के लिए पूरी तरह तैयार नहीं है। उन्होंने बताया कि यदि आपातकालीन परिस्थिति हो तो उपायुक्त लाहौल-स्पिति व कुल्लू से सम्पर्क करें ताकि सहायता उपलब्ध करवाई जा सके। उन्होंने सुरंग में निर्माण कार्य के चलते लोगों से आग्रह किया कि सुरंग के भीतर प्रवेश न करें ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
उन्होंने बताया कि रोहतांग दर्रा पार करने वाले पैदल यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 12 नवम्बर से रोहतांग के दोनों ओर कोकसर और मड़ी में बचाव चौकियां स्थापित कर दी गई हैं।