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लेखन कार्य कठिन है क्योंकि लेखन एक साधना है : डा. मल्लिका नडडा

Byjanadmin

Dec 10, 2018

डा. जय नारायण कश्यप द्वारा लिखित उपन्यास उल्लूकपूर का सम्राज्य का विमोचन

विशिष्ट अतिथि डा. लेख राम शर्मा व डा. गौतम शर्मा व्यथित

जनवक्ता डेस्क बिलासपुर
विशेष ओलेपिंक्स एवं चेतना संस्था की संस्थापक डा. मल्लिका नडडा ने कहा है कि लेखन कार्य कठिन है क्योंकि लेखन एक साधना है। यहां लेक व्यू कैफे के सभागार में सोमवार को डा. जय नारायण कश्यप द्वारा लिखित उपन्यास उल्लूकपूर का सम्राज्य के विमोचन समारोह में बतौर मुख्यतिथि सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लेखक ने इस उपन्यास के माध्यम से समाज को वसुदेव कुटुंब का संदेश दिया है। इसके लिए लेखक बधाई के पात्र हैं। डा. मल्लिका नडडा ने कहा कि इस भाग दौड़ के जीवन में लेखक ने अच्छे साहित्य की रचना की है। पशु पक्षियों को पात्र बनाकर समाज में जो घट रहा है , उसे उपन्यास में बढ़े सहज ढंग से उजागर किया है। विशिष्ट अतिथि एवं पंजाब सरकार द्वारा साहित्य शिरोमणि पुरस्कार से पुरस्कृत डा. लेख राम शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि लेखक समाज व सरकार को समय समय पर अपनी रचनाओं के माध्यम से सजग करता है। साहित्य मनुष्य को पशुओं से अलग करता है। लेखक ने अपने उपन्यास में बड़ी साफगोई से विकास की इस अंधी दौड़ में मनुष्य को विनाश से सचेत किया है। लेखक उल्लूकपूर का सम्राज्य में वन्य प्राणियों को पात्र बनाकर उनसे कहलवाता है कि यदि विकास की इस अंधी दौड़ में मनुष्य समझा नहीं तो मानव समाज का पतन होगा ही होगा सब ओर उल्लू सम्राज्य होगा। वहीं विशिष्ट अतिथि डा. गौतम शर्मा व्यथित ने अपने संबोधन में कहा कि साहित्य सृजन साहित्यकार के भीतर का आक्रोश व द्धंद होता है। यह तब तक शांत नहीं होता, जब तक वह उसे पुस्तक रूप में उतार नहीं लेता है। डा. जय नारायण कश्यप ने अपने उपन्यास में एक नया प्रयोग किया है। ई बुक के दौर में भी उपन्यास अधिक पढ़ा जाता है। क्योंकि जितनी भी सामाजिक विंसगतियां हैं, उन्हें व्याख्या देेने का अवसर पर उपन्यास में ही मिलता है। समसामायिक विषय उपन्यास में ही उठाए जाते हैं। लेखक ने लेखन धर्मिता को ईमानदारी से निभाया है। विज्ञान, अध्यात्म व समाज को जोडकर इस उपन्यास मेें अच्छा प्रयास किया गया है। उपन्यास को रोचक बनाने के लिए कई प्रसंग इसमें जोड़े गए हैं। सेवानिवृत प्रिंसीसल एसआर कौशल ने कहा कि उपन्यास की कथावस्तु वर्तमान समाज की कमियां उजागार करती हैं। इस अवसर पर लेखक डा. जय नारायण कश्यप ने समारोह में पहुंचे सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए धन्यवाद किया। इस समारोह में सेवानिवृत डीजीपी आईडी भंडारी, व हिमाचल राज्य पत्रकार महासंघ के अध्यक्ष जय कुमार भी विशेष रूप से उपस्थित थे।

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