सुदर्शना कुमारी ‘स्टार्टअप हीरो ऑफ द स्टेट’ पुरस्कार से सम्मानित
जनवक्ता ब्यूरो शिमला
हिमाचल प्रदेश को सक्षम स्टार्टअप पारिस्थितिकीय प्रणाली विकसित करने के लिए ‘हिल स्टेट लीडर एण्ड एन एस्पायरिंग लीडर’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। प्रदेश को यह पुरस्कार उद्योग नीति एवं कार्यक्रम विभाग भारत सरकार द्वारा नई दिल्ली में 20 दिसम्बर, 2018 को आयोजित विशेष कार्यक्रम में प्रदान किया गया। राज्य सरकार की ओर से यह पुरस्कार उद्योग विभाग की उपनिदेशक दीपिका खत्री ने प्राप्त किया।
उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने राज्य उद्योग विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य को यह पुरस्कार देश में ‘रैगुलेटरी चेंज चैम्पियन’ में अनुकरणीय प्रदर्शन के लिए दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि राज्य सरकार की दूरगामी सोच जिसके कारण राज्य में मुख्यमंत्री स्टार्टअप योजना आरम्भ की गई है, जिसमें 25 हजार रुपये प्रति माह का उपजीविका भत्ता, ब्याज अनुदान तथा प्लॉटों के आबंटन में छूट आदि का प्रावधान है, जो राज्य में रोजगार प्राप्ति से रोजगार सृजन में सहायक सिद्ध हो रहा है।
पिछले एक वर्ष के दौरान मुख्यमंत्री स्टार्टअप योजना के दौरान आठ उष्मायन केन्द्रों में 40 स्टार्टअप तथा 100 से अधिक संरक्षकों की सेवाएं ली गई। 10 अप्रैल को प्रदेश में वार्षिक उद्यमिता पुरस्कारों का आयोजन किया गया, जिसमें पहले तीन स्टार्टअप को क्रमशः 1,00,000 रुपये, 75000, 50000 रुपये के पुरस्कार प्रदान किये गए। प्रदेश में नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान में 6 अक्तूबर, 2018 को आयोजित स्टार्टअप एक्सपो में 10 स्टार्टअप का प्रतिनिधि मण्डल भेजा गया था।
प्रदेश सरकार द्वारा ज्ञान कार्यशालाओं तथा इनवेस्टर मीट का आयोजन स्टार्टअप और संवेदीकरण और विचारशक्ति का कॉलेजों में आयोजन नियमित स्तर पर किया जा रहा है। अभी तक ऐसे 11 कार्यक्रमों का आयोजन किया जा चुका है।
स्टार्टअप इण्डिया की विस्तृत जानकारी देते हुए सचिव उद्योग मनोज कुमार ने बताया कि हाल ही में प्रदेश के शिमला, सोलन, सिरमौर, हमीरपुर, कांगड़ा, चम्बा, कुल्लू और मण्डी जिलों में स्टार्टअप इण्डिया हिमाचल प्रदेश यात्रा का आयोजन किया गया था, जिसमें आठ बूट कैम्पस आयोजित किए गए थे, जिसमें 16 वैन स्टॉप का पूरे प्रदेश में थे। यात्रा के दौरान लोगों को भारत सरकार की स्टार्टअप इण्डिया योजना व हिमाचल सरकार की मुख्यमंत्री स्टार्टअप योजना के बारे में जागरूक किया गया।
यात्रा के दौरान वैन स्टॉपस पर 1450 लोगों का पंजीकरण तथा बूट कैम्पस में 1541 लोगों का पंजीकरण किया गया, जहां पर 118 नए विचारों पर वाद विवाद किया गया। 28 व 29 नवम्बर, 2018 को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मण्डी में आयोजित दो दिवसीय त्वरण कार्यक्रम में 67 पिच उतीर्ण हुए।
मनोज कुमार ने कहा कि 30 नवम्बर, 2018 को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में आयोजित स्टार्टअप यात्रा के समापन समारोह का आयोजन किया गया जहां प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार क्रमशः 40 हजार, 30 हजार व 20 हजार के पुरस्कार कृषि, तकनीकी, सामाजिक, उद्यमिता और महिला उद्यमिता के नवीनतम विचारों के लिए प्रदान किए गए। सुदर्शना कुमारी को एक लाख रुपये का स्टार्टअप हीरो ऑफ द स्टेट का पुरस्कार प्रदान किया गया।
मंत्री ने कहा कि स्टार्टअप प्रदेश में अभी एक शुरूआत है, जिसमें अभी राज्य को मीलों जाना है।