जनवक्ता ब्यूरो हमीरपुर
लोकसभा में पार्टी चीफ़ व्हिप और हमीरपुर सांसद अनुराग ठाकुर ने डीएवी स्कूल के महाकुम्भ में हज़ारों छात्रों से रूबरू होकर उनसे शिक्षा,खेल और करियर सम्बंधी विभिन्न विषयों पर चर्चा की। डीएवी महाकुम्भ में बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा”गुणवत्तापरक शिक्षा के क्षेत्र में डीएवी स्कूल का अपना अलग स्थान है।919 शाखाओं और 30 लाख विद्यार्थियों के साथ डीएवी स्कूल ने देश को कई अनमोल रत्न दिए हैं।एक पूर्व छात्र होने के नाते इस स्कूल से मेरा काफ़ी भावनात्मक जुड़ाव है।छात्र अपने जीवन में कई ऐसे लोगों से मिलते है जो उनकी ज़िंदगी में अध्यापक का काम करते हैं।विद्यार्थी के जीवन में शिक्षक का बड़ा महत्व होता है।मां और शिक्षक दो लोगों की भूमिका व्यक्तित्व निर्माण में सबसे अहम मानी जाती है।छात्रों को अपनी सफलता और असफलता दोनों से सीख लेनी चाहिए और कुछ बेहतर करने के लिए हमेशा प्रयासरत रहना चाहिए।प्रयासों में सच्चाई,पूरी एकाग्रता से कार्य को पूरा करने की इच्छाशक्ति के बलबूते ही सफलता की ऊँचाइयों को छुआ जा सकता है।खुद को जानने के बाद मन से काम करें और जो भी काम हाथ में लें उसे पूरे मनोयोग से करें।सिर्फ नेता या फौजी बनना ही देशसेवा नहीं होती बल्कि आस पास की छोटी-छोटी विसंगतियों को दूर कर लोगों की मदद करना भी देशसेवा होती है” आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा”शिक्षा का अभिप्राय केवल पुस्तकों का ज्ञान अर्जित करना ही नहीं, अपितु शिक्षा का उद्देश्य व्यक्ति के मानसिक विकास के साथ-साथ उसके शारीरिक विकास की ओर भी ध्यान देना है।शिक्षा तथा खेल एक-दूसरे के पूरक हैं। एक के बिना दूसरा अपंग है।शिक्षा यदि परिश्रम लगन, संयम, धैर्य तथा भाईचारे का उपदेश देती है तो खेल के मैदान में विद्यार्थी इन गुणों को वास्तविक रूप में अपनाता है।आज के युग में खेल न केवल मनोरंजन का साधन हैं,बल्कि इनका सामाजिक तथा राष्ट्रीय महत्व भी है।मेरा छात्रों से अनुरोध है कि वो पढ़ाई का साथ साथ कोई एक खेल ज़रूर खेलें।क्योंकि स्कूली स्तर पर खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी ही आगे चलकर राष्ट्रीय अथवा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने साथ साथ देश का भी नाम रोशन करते हैं।