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सरस्वती बाल विद्या संकल्प योजना चला कर प्रदेश में प्राइमरी के बच्चों को दिए 13272 कमरे: धूमल

Byjanadmin

Dec 24, 2018

पूर्व मुख्यमंत्री ने बिझड़ी के धन्गोटा सीनियर सैकेंडरी स्कूल के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में होनहार विद्यार्थियों को बांटे पुरस्कार

जनवक्ता डेस्क बिलासपुर
सरस्वती बाल विद्या संकल्प योजना चला कर 2002 में प्रदेश में प्राइमरी के बच्चों को 13272 कमरे दिए थे| शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा हमने सुधार करने का प्रयत्न किया है| बड़सर विधानसभा के बिझड़ के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला धंगोटा के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री प्रो० प्रेम कुमार धूमल ने बतौर मुख्यतिथि उपस्थित बच्चों, अध्यापकों, अभिभावकों व अन्य लोगों को सम्बोधित करते हुए यह बात कही| इस अवसर पर स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तूत किये गये| पूर्व मुख्यमंत्री ने स्कूल के होनहार बच्चों को पुरस्कृत कर सम्मानित भी किया | प्रो० धूमल ने कहा कि जीवन में दो ही रिश्ते ऐसे होते हैं जिनमें इर्ष्या नहीं होती वह रिश्ते हैं माँ-बाप और सन्तान के तथा गुरु और शिष्य के| सन्तान और शिष्य दोनों ही जीवन में जितनी भी तरक्की कर लें, माँ-बाप या गुरु को उस पर उतना ही गर्व होता जाता है| शिक्षा का उद्देश्य मात्र किताबी ज्ञान देना नहीं होता| खेलों में, सांस्कृतिक गतिविधियों में भी बच्चों को बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए| प्रो० धूमल ने संतोष और ख़ुशी व्यक्त करते हुए कहा कि धंगोटा स्कूल के अध्यापकों की पूरी टीम ने स्कूली बच्चों को प्रोतसाहित कर हर क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन किया है| पूर्व सीएम ने कहा कि हमने हमेशा शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करने का प्रयास किया है| 1998 में जब पहली बार सरकार बनाई तो एक सर्वेक्षण करवाया और पाया छोटे बच्चों को प्रदेश के 1964 प्राइमरी स्कूल ऐसे हैं जहां छत उपलब्ध नहीं है| 1999 में सरस्वती बाल विद्या संकल्प योजना की शुरुआत नाहन से की और 2002 तक प्रदेश भर 13272 कमरे बनाये जिससे की हर प्राइमरी स्कूल को तीन तीन कमरे मिले| इस योजना को चलाने का एक कारण था| छोटे बच्चे खुद के लिए सुविधा प्राप्त करने हेतु न तो आन्दोलन कर सकते हैं न तो आवाज उठा सकते हैं| हमने प्रयत्न किया की न तो उन्हें धूप में बैठना पड़े, बारिश में न भीगना पड़े और नहीं सर्दी झेलनी पड़े| कार्यक्रम में स्कूली बच्चों द्वारा नशे पर दी गयी प्रस्तुति पर सबका ध्यान आकर्षित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश पर परमाणु हमले का खतरा नहीं है| आज दुनिया जानती है कि भारत के पास भी एटम बम है, तो एक आण्विक शक्ति सम्पन्न देश दुसरे आण्विक शक्ति सम्पन्न देश पर हमला नहीं करता| आज देश पर सबसे बड़ा नशे का खतरा मंडरा रहा है| किसी देश, समाज, समुदाय, कौम को यदि खत्म करना है तो बस उसकी नयी पीढ़ी को नशे के जंजाल में फंसा दो फिर वह देश स्वयम ही खत्म हो जाता है| क्यूंकि नशे जब कोई नोजवान फंस जाता है तो उसका परिवार खुद ही खत्म हो जाता है| क्यूंकि वह नोजवान न तो उस परिवार के किसी काम आता है और न ही देश के| प्रो० धूमल ने आह्वान किया कि नशे की बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए केवल नौजवान पीढ़ी ही नहीं, बल्कि अध्यापकों, अभिभावकों के साथ साथ समाज को भी जागृत होकर आगे आना होगा| आज ऐसी विकृत परिस्थिति राजनीति में हो गयी है लोग राजनीति के लिए युवा पीढ़ी को नशा बांटते हैं, नशा करवाते हैं| ऐसे लोग चुनाव तो जीत सकते हैं पर नह्से में फंशे युवा का जीवन बरबाद हो जाता है| देश बरबाद हो जाता है| इस अवसर पर पूर्व विधायक बलदेव शर्मा, मण्डल अध्यक्ष कुलदीप ठाकुर, जिला परिषद् अध्यक्ष राकेश ठाकुर, जिला सहकार समिति संघ के अध्यक्ष यशवीर पटियाल, जिला उपाध्यक्ष कमल नयन, स्कूली बच्चे, अभिभावक, स्थानीय निवासी, पंचायत प्रतिनिधि सहित सैंकड़ों अन्य लोग उपस्थित थे|

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