पूर्व मुख्यमंत्री ने चौरी सीनियर सेकेंडरी स्कूल और उहल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में होनहार बच्चों को बांटे पुरुष्कार
जनवक्ता ब्यूरो सुजानपुर
नशा रुपी एटम बम गाँव-गाँव घर-घर घूम कर नौजवान पीढ़ी और छोटे बच्चों को बरबाद कर रहा है| पूर्व मुख्यमंत्री प्रो० प्रेम कुमार धूमल ने सुजानपुर के चौरी और उहल में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्यातिथि अपने सम्बोधन में चिंता व्यक्त करते हुए यह बात कही| उन्होंने कहा कि शुरू में छोटे बच्चों और नौजवानों को मुफ्त में नशा बांटा जा रहा है, फिर जब वह नशे के आदि हो जा रहे हैं तो नशा करने के लिए चोरी कर रहे हैं, घर का सामान बेच रहे हैं| चंद लोग पैसों के लालच में यह काम कर रहे हैं| लेकिन षड्यंत्र बहुत बड़ा है| जिसका अंदाजा मुम्बई में पकड़े एक हज़ार करोड़ रूपये के नशे के ज़खीरे से लगाया जा सकता है| प्रो० धूमल ने चिंतित होते हुए कहा की कहीं विश्वगुरु बनने की और अग्रसर देश की राह में नशे की लत में डूब कर नोजवान पीढ़ी की बर्बादी रोड़े न अटका दे| प्रो० धूमल ने सुबह चौरी और दोपहर बाद उहल के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में होनहार बच्चों को पुरुष्कृत किया तथा इस अवसर पर बच्चों द्वारा प्रस्तूत किये सांस्कृतिक कार्यक्रमों को भी सराहा|
प्रो० धूमल ने कहा की आज देश पर खतरा परमाणु हमले का बिलकुल भी नहीं है क्यूंकि हमारा देश स्वयं एक आण्विक शक्ति सम्पन्न देश है| जिसका श्रेय श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को जाता| देश का प्रधानमन्त्री बनने के मात्र दो महीनों के अंदर दो परमाणु विस्फ़ोट कर उन्होंने भारत को आण्विक शक्ति सम्पन्न राष्ट्रों की लाइन में ला खड़ा किया था| देशभक्ति और दृढ़ इच्छाशक्तिः वाले नेतृतव के धनी अटल जी ने कारगिल युद्ध के दौरान अमेरिका जैसे देश का दबाव होने के बावजूत यह कह कर समझौता करने से मना किया था कि जब तक मेरे देश की एक इंच जमीन पर भी घुसपैठिया मौजूद है तब कोई समझौता नहीं किया जाएगा| तब देश की सरहदों की सुरक्षा में खड़े वीर सैनिकों ने कहा था आजादी के 52 वर्षों बाद भारत को ऐसा प्रधानमन्त्री मिला है जो वो करता है जैसा जवान चाहते हैं| उन्होंने कहा कि आज देश की युवा पीढ़ी को खतरा नशे से है| नशे में डूब कर युवा पीढ़ी यदि बरबाद होगी तो देश भी बरबाद हो जायेगा| इसलिए बच्चों, शिक्षकों, अभिभावकों के साथ समाज के प्रत्येक वर्ग को नशे के खिलाफ एक जुट होकर लड़ाई लड़नी होगी|
प्रो० धूमल ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सुविधाएँ बहुत बढ़ी हैं| लेकिन इन सुविधाओं का कितना लाभ हम उठा रहें हैं| जेवाँ को कितना बढ़िया बना रहे हैं, देश के लिए क्या कर रहे हैं| शिक्षा का लक्ष्य क्या केवल साक्षर होने तक ही है| क्या केवल कुछ पुस्तकें पढ़ कर कुछ सवालों के जवाब याद कर परीक्षा में लिख देना ही लक्ष्य है| शिक्षा का लक्ष्य व्यक्ति को शिक्षित बनाने के साथ विद्वान् बनाना भी है| उसके व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास करना है| किताबी कीड़ा होने से कुछ पुस्तकों का थियोरिटिकल ज्ञान तो हो सकता है लेकिन सम्पूर्ण जीवन में वह काम नहीं आता| व्यक्तित्व का आल राउण्ड डवेलपमेंट अति आवश्यक है| प्रो० धूमल ने कहा कि सुविधाओं के साथ शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ी है, प्रतिस्पर्धा की दौड़ में वही आगे निकल पायेगा जिसकी फ़िटनेस सर्वोत्तम होगी| और खेल शरीर और दिमाग को चुस्त दुरुस्त रखने में बहुत सहायक हैं| खेल का मैदान सिखाता है बहुत कुछ है| अनुशासन, एकता, टीम स्पीरिट और केवल अपना स्वार्थ ना देखना जैसे गुण व्यक्तित्व को निखारते हैं| सांसद भारत दर्शन योजना जैसे कार्यक्रम प्रतिस्पर्धा में अव्वल आने की चाह बच्चों में पैदा कर रहे हैं| लड़कियां इसमें आगे हैं जो ख़ुशी की बात है|
इस अवसर पर मण्डल अध्यक्ष रंजीत सिंह, प्रधानाचार्य दिनेश ठाकुर, वीरेंद्र ठाकुर, वीणा कपिल, अनिल शामा, पवन शर्मा, पीसी चोहान, अनुपम लखनपाल, स्थानीय पंचायत प्रधान विजय भरद्वाज, मीना राणा, सरला देवी, कैप्टन अशोक, कैप्टन सुरेश, विमला चोहान सहित स्कूली बच्चे, अभिभावक, अध्यापक, प्रबन्धन, पूर्व सैनिक और फौजी अफ़सर व अन्य स्थानीय लोग उपस्थित रहे|