स्कूली पाठ्यक्रम में सुधार की बेहद गुजाइंश शिक्षाविदों से सलाह-मशविरे के बाद लेंगे निर्णय
: डॉ. सुरेश कुमार सोनी
जनवक्ता डेस्क बिलासपुर
स्कूली पाठ्यक्रम में सुधार की बेहद गुजाइंश है, इसके बारे में भी शिक्षाविदों से सलाह-मशविरे के बाद कुछ निर्णय लिया जा सकता है। यह बात हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के नव नियुक्त चेयरमैन डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने कही । सोनी ने गुरुवार अपना कार्यभार संभाल लिया। ऑफिस पहुंचने पर सभी अधिकारियों और कर्मियों ने उनका स्वागत किया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि स्कूलों में नैतिक शिक्षा के मसले पर भी चर्चा की जरूरत है। इसमें वह अकेले कोई निर्णय नहीं ले सकते, इसके लिए विशेषज्ञों के साथ-साथ मीडिया और समाज के प्रबुद्धजनों से चर्चा की जरूरत होगी, उसके बाद इसमें जो सुधारात्मक कदम उठाने होंगे वे उठाए जाएंगे।
उन्होंने ये भी कहा कि परीक्षाओं के संचालन में भी जो बेहतर कदम होंगे वह उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों को भविष्य में दी जाने वाली संबद्धता से पहले मापदंडों को परखा जाएगा उसके बाद ही निर्णय लिया जाएगा। क्योंकि अब वार्षिक परीक्षाएं सिर पर हैं इसलिए पहले से चल रहे निजी स्कूलों की संबद्धता के नवीनीकरण का भी जब मामला परीक्षाओं के बाद आएगा तो उनकी भी गहराई से परख होगी उसके बाद ही उन स्कूलों का नवीनीकरण होगा जो बोर्ड नियमों के मापदंड पूरा करते होंगे। उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों को दी जाने वाले संबद्धता बाबत परीक्षाओं के बाद समीक्षा होगी।
घुमारवीं तहसील के गांव कोठी के रहने वाले हैं डॉ. सोनी
डॉ. सोनी बिलासपुर जिले की घुमारवीं तहसील के गांव कोठी के रहने वाले हैं। शिमला के कोटशेरा और प्रदेश विश्वविद्यालय में उन्होंने पढ़ाई की है। बिलासपुर कॉलेज में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन विषय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. सुरेश को दो अवार्ड मिल चुके हैं।