भूमि पूजन की “ नौटंकी “ को केवल मात्र सरकारी धन और साधनों के दुरुपयोग बताया
संस्थान के लिए अधिगृहीत की गई भूमि की फॉरेस्ट क्लीरेंस अभी तक प्राप्त नहीं हुई
पक्की चार दीवारी बनाने के बदले केवल मात्र काँटेदार तार लगाने पर ही अब तक कथित तौर पर 17.50 करोड रुपए ब्यय
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और नैनादेवी जी विधान सभा क्षेत्र से विधायक तथा पार्टी के राज्य महामंत्री रामलाल ठाकुर ने पिछले रोज उनके विधान सभा क्षेत्र में यहाँ से निकट कोठिपुरा में बनाए जाने की घोषणा किए गए आखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स ) का मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगतप्रकाश नड़ड़ा द्वारा किए गए भूमि पूजन की “ नौटंकी “ को केवल मात्र सरकारी धन और साधनों के दुरुपयोग के आधार पर कांग्रेस पार्टी के विरुद्ध विषवमन करने और तीन मास बाद होने वाले संसदीय चुनाव के दृष्टिगत भाजपा की डूबती नेय्या को हिमाचल प्रदेश में बचाने का एक असफल प्रयास बताया है |
आज यहाँ परिधि गृह में पत्रकारों को संबोधित करते हुए राम लाल ठाकुर ने कहाकि आश्चर्य है कि कोई दो वर्ष पूर्व प्रधान मंत्री मोदी द्वारा इसका शिलान्यास करते समय घोषणा की थी कि 1350 करोड़ रुपए के ब्यय से बनाने वाले हिमाचल प्रदेश के इस सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान का निर्माण 4 वर्ष (48 मास ) में पूरा करके इसे रोगियों के प्रयोग के लिए चालू कर दिया जाएगा,किन्तु जिस गति से इस संस्थान का निर्माण कार्य चल रहा है , उससे नहीं लगता कि यह संस्थान अगले 10-15 वर्षों तक भी बन पाएगा | उन्होने कहाकि हालांकि केन्द्रीय मंत्री ने तो यह डींग भी मारी है कि अगले जून –जुलाई तक इस संस्थान में ओपीडी चालू कर दी जाएगी |उन्होने पूछा कि क्या नड़ड़ा एम्स के स्थान पर कोई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की योजना बनाए हुए हैं ? इस संस्थान के लिए अधिगृहीत की गई भूमि की फॉरेस्ट क्लीरेंस अभी तक प्राप्त नहीं हुई है जबकि पुष्ट सूचनाओं के अनुसार पक्की चार दीवारी बनाने के बदले केवल मात्र काँटेदार तार लगाने पर ही अब तक कथित तौर पर 17.50 करोड रुपए ब्यय किए जा चुके हैं | उन्होने कहाकि पिछले दिन ही लोगों को सूचित किया गया कि भवन आदि निर्माण के लिए भूमि समतल करने पर 110 करोड़ रुपए ब्यय होने वाले हैं और पूरी कांटे दार तार लगाने पर ही कोई 100 करोड़ रुपए ब्यय होगा जिससे पता चलता है कि सरकारी धन के दुरुपयोग का इससे बड़ा कोई उदाहरण देखने को नहीं मिल सकता है | यदि सरकार से प्राप्त होने वाली राशि का इसी प्रकार से ब्यय किया जाता रहा तो इस पर कोई 10 हज़ार करोड़ रुपए की अतिरकित राशि ब्यय होगी जिसे कोई भी सरकार वहन नहीं कर पाएगी | उनहने कहाकि तो फिर लोग यह विश्वास कर लें कि यह संस्थान कोठिपुरा में खोलना एक चुनावी स्टंट ही है या भाजपा क्या वास्तव में ही इस संस्थान को यहाँ पूरे मन से बनाना चाह रही है ?
रामलाल ठाकुर ने पूछा कि इस अवसर पर आयोजित सरकारी जन सभा को भाजपा की प्रचार जन सभा में क्यूँ परिवर्तित किया गया और इस अवसर पर आयोजित धाम व अन्य खर्च की गई राशि क्या अब चार दीवारी या फिर भूमि समतल के खर्चे में शामिल की जाएगी ? उन्होने यह भी जानना चाहा कि पार्टी प्रचार के लिए कोठिपुरा में पहुंचे मुख्यमंत्री क्या बताएँगे कि उनके हेलिकॉप्टर का खर्चा पार्टी देगी या वे स्वयं देंगे ? क्यूँ कि इस समारोह को पार्टी समारोह मान कर ही आयोजित किया गया था | उन्होने कहाकि यदि उन्हें समय पर निमन्त्र्न पत्र दिया होता तो वे निश्चित ही वहाँ आते ,किन्तु जान बूझ कर उन्हें देरी से पिछली शाम को निमन्त्र्र्न दिया गया जब वे किसी आवश्यक कार्य से चंडीगढ़ में थे |