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राष्ट्र को पुनः नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जरूरत

Byjanadmin

Jan 23, 2019

आल इण्डिया फारवर्ड ब्लाक प्रदेश कार्यकारिणी ने देशप्रेम दिवस के रूप में मनाया नेता जी का जन्मदिन

जय हिन्द को सभी स्कूलों-कालेजों व सरकारी संस्थानों में अभिवादन के रूप में अनिवार्य घोषित किया जाये

जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
राष्ट्र को पुनः नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जरूरत है। नेताजी की नीतियों व मूल्यों पर चल कर ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं। यह बात आल इंडिया फारवर्ड ब्लाक के नेताओं ने कही। फॉर्वर्ड ब्लाक के संस्थापक “नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के जन्म दिन पर “आल इण्डिया फारवर्ड ब्लाक” की हिमाचल प्रदेश कार्यकारिणी ने राज्य स्तर पर देशप्रेम दिवस के रूप में डडोर-नेर चौक, में मनाया । आल इण्डिया फारवर्ड ब्लाक के राष्ट्रीय काउन्सिल के सदस्य व हिमाचल प्रदेश कार्यकारिणी के महासचिव हेत राम शर्मा, राष्ट्रीय काउन्सिल के सदस्य व प्रदेश प्रवक्ता कैप्टन बालक राम शर्मा, वित सचिव हेमन्त शर्मा, सचिव राजेन्द्र पाल काशव (अधिवक्ता), सचिव योग राज शर्मा, सोलन कार्यकारिणी के अध्यक्ष जिया लाल गौतम व महासचिव ललित गौतम, जिला मण्डी के अध्यक्ष गुरूदेव ठाकुर ने अपने अपने संबोधन किए। इन नेताओं ने कहा कि आज के राजनैतिक परिवेश में यह और भी अधिक आवश्यक हो गया है कि सभी राष्ट्र हित में संगठित हो कर जाति, धर्म, लिंग, भाषा आदि से ऊपर उठ कर राष्ट्र को मजबूत करें। नेताजी की नीतियों पर चल कर ही सही मायनों में राष्ट्र उन्नति कर सकता है। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस ने कहा था, याद रखिये सब के बड़ा अपराध अन्याय सहना व गलत से साथ समझौता करना है। वक्ताओं ने कहा कि यदि सभी स्वयं राष्ट्र हित में निस्वार्थ भाव से अन्याय व गलत से लड़ने के लिए आगे नहीं आयेंगे तो अमेरिका या चीन से तो कोई आयेगा नहीं। राष्ट्र सबका है तो इसे सम्भालने की जिम्मेदारी भी सबकी ही है। यह भी कहा गया कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस द्वारा दिये गये नारे-मंतर-श्लोक जय हिन्द को सभी स्कूलों-कालेजों व सरकारी संस्थानों में अभिवादन के रूप में अनिवार्य घोषित किया जाये। कार्यक्रम में वित सचिव चमन लाल ठाकुर के अलावा सदस्यों जसवंत सिंह जयराम रूप चंद गुलेरिया कैप्टन रंजीत सिंह कैप्टन राजेस्वर ठाकुर प्रेम ठाकुर करनैल सिंह कर्म सिंह व अन्य देश भक्तों ने शिरकत की। कार्यक्रम में बिलासपुर, सोलन, मंडी, हमीरपुर, कांगड़ा, के लोंगों ने भाग लिया।

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