हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र को आदर्श चुनाव क्षेत्र बनाकर ही दम लेगे
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
गरीबों के मसीहा कहे जाने वाले युवा व तेज तर्रार कांग्रेस नेता बंबर ठाकुर ने लोकसभा की हमीरपुर सीट के लिए अपनी दावेदारी ठोक दी है। उन्होंने शिमला में पार्टी मुख्यालय में अपना आवेदन दर्ज करते हुए कहा है अगर उन्हें सेवा का मौका मिलता है तो वह हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र को आदर्श चुनाव क्षेत्र बनाकर ही दम लेगे। इस दावेदारी के बाद से न केवल कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं और उनके समर्थकों में बल्कि आम जनता में खुशी की लहर दौड़ गई है। राजनीति पर कड़ी नजर रखने वाले राजनेतिक सूत्रों का मानना है कि यदि पार्टी उन्हें टिकट देती है तो निश्चित ही भाजपा सहित सभी अन्य दलों के नेताओं की नींद हराम करने और पार्टी को मजबूती देने तथा इस संसदीय क्षेत्र में वर्षों से पिछड़ रही कांग्रेस पार्टी के लिए संजीवनी बन कर नया जीवन देने वाला कदम होगा। बंबर ठाकुर के बारे में कोई भ्रले ही कुछ भी कहता हो लेकिन जितनी पैठ उनकी ग्रामीण क्षेत्रों में है उतनी शायद ही किसी नेता की रही हो। राजनीतिक सूत्रों का मानना है कि अगर भाजपा ने जगत प्रकाश नडडा को मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट न किया होता तो बंबर को हार का मुहं नहीं देखना पड़ता। राजनीतिक सूत्रों का मानना है कि पिछले कोई छह महीनों से बंबर ठाकुर ने न केवल बिलासपुर जिले में बल्कि हमीरपुर, ऊना और कांगड़ा के देहरा, जो हमीरपुर संसदीय क्षेत्र का ही भाग है, आदि क्षेत्रों में पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के साथ बैठकें और जन सभाएं करके पार्टी के जनाधार को बढ़ाने और कार्यकर्ताओं में नया जोश भरने और कुछ क्षेत्रों में मृत प्राय पड़ी कांग्रेस पार्टी को मजबूती प्रदान करने का कार्य किया है। उनका मानना है कि ठाकुर ने विधायक रहते अपने विधान सभा क्षेत्र में बिना किसी भेदभाव के चहुंमुखी विकास करने और पेयजल संकट ग्रस्त क्षेत्रों में जगह- जगह हैंड पंप लगाने और गावों गावों में सड़कों का जाल बिछाने आदि का सराहनीय कार्य किया है। जिसकी कमी लोगों को उनके विधान सभा चुनाव हार जाने के बाद से निरंतर खलने लगी है। सूत्रों का कहना है कि बंबर ठाकुर अपनी हिम्मत और युवाओं को नया जोश भरने और उन्हें अपने साथ लेकर चलने कि क्षमता रखते हैं और यदि पार्टी उन्हें टिकट देती है तो निश्चित ही वर्षों से कांग्रेस पार्टी के इस संसदीय क्षेत्र में पिछड़ते रहने की परंपरा को तोडऩे और जीत सुनिश्चित करने की क्षमता रखने वाले एक दमदार और युवा नेता साबित होंगे जबकि सुरेश चंदेल के बाद बिलासपुर को दूसरा सांसद मिल पाएगा।