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हिमाचल प्रदेश विभिन्न क्षेत्रों में केरल की विशेषज्ञता का लाभ उठाएगा

Byjanadmin

Feb 1, 2019


जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश को भारत सरकार के कार्यक्रम ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ (ईबीएसबी) के तहत केरल के साथ जोड़ा गया है, क्योंकि दोनों राज्यों में कई समानताएं जैसे सर्वोत्तम साक्षरता दर, अच्छे सामाजिक संकेतक, पर्यटन, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आयुर्वेद आदि हैं। प्रधान सचिव शिक्षा के.के. पंत ने यह आज यहां ईबीएसबी की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा। बैठक में विभिन्न हितधारक विभागों के नोडल अधिकारियों ने भाग लिया।
पंत ने कहा कि केरल एक बड़ा राज्य है और सभी क्षेत्रों में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है तथा हमारे अधिकारी, छात्र और अन्य संबंधित व्यक्ति केरल राज्य से कई चीजें सीख सकते हैं। उन्होंने कहा कि ईबीएसबी के तहत सांस्कृतिक आदान-प्रदान, संबंधों को मजबूत करना, सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करना तथा छात्रों के एक्सपोजर विजिट का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने नोडल अधिकारियों से आग्रह किया कि वे इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए ठोस प्रयास करें क्योंकि यह केरल का दौरा करने के लिए वर्ष का सबसे अच्छा समय और मौसम है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस कार्यक्रम के तहत 10 लाख रुपए प्रदान किए हैं, जिसमें से 5.50 लाख रुपए हिमाचल प्रदेश राज्य हस्तशिल्प और हथकरघा निगम को प्रदान किए गए हैं। उन्होंने हैंडलूम निगम को केरल में विभिन्न हस्तशिल्प जैसे कि पहाड़ी मूर्तिकला, कांगड़ा और थंका चित्रकला, चंबा रुमाल आदि को प्रदर्शित करने के लिए एक प्रदर्शनी लगाने को भी कहा।
उन्होंने कहा कि आयुर्वेद विभाग को 4.50 लाख रुपये प्रदान किए गए है और विभाग को अपने अधिकारियों/कर्मचारियों और निजी प्रमोटरों को केरल में आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में सर्वश्रेष्ठ अभ्यास सीखने के लिए भेजना चाहिए क्योंकि यह राज्य इन क्षेत्रों में बहुत आगे है। उन्होंने कहा कि कोच्चि (केरल) में पर्यटन विभाग द्वारा पिछले जनवरी में और इस साल भी पर्यटन मार्ट के दौरान एक प्रदर्शनी लगाई गई थी।
श्री पंत ने कहा कि 45 सदस्यों वाली केरल की एक सांस्कृतिक मंडली ने हिमाचल में डॉ. वाई.एस. परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी, सोलन, गेयटी थियेटर शिमला और दाड़लाघाट (सोलन) का दौरा किया था, जिस पर भाषा कला और संस्कृति विभाग द्वारा दो लाख रुपए खर्च किए गए। उन्होंने कहा कि इस सांस्कृतिक मंडली को दक्षिण क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, तंजावुर, तमिलनाडु द्वारा प्रायोजित किया गया था।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत दोनों राज्यों के मुहावरों और लोकक्तियों को दर्शाने वाली पांच सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों का आदान-प्रदान और अनुवाद किया जाएगा। उन्होंने हिमाचल प्रदेश कला और भाषा अकादमी को इस दिशा में उचित कदम उठाने के लिए भी कहा।
राज्य परियोजना निदेशक सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) एवं राज्य नोडल अधिकारी ईबीएसबी आशीष कोहली ने कहा कि यूथ एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत केरल के 50 युवाओं ने हिमाचल का दौरा किया और हमारे राज्य के 50 युवा केरल गए। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के 96 मेधावी छात्रों, 72 शिक्षकों और 36-36 एनसीसी और एनएसएस छात्रों को इस वर्ष केरल भेजा जाएगा।
बैठक में उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, उद्योग विभाग, हिमाचल प्रदेश राज्य हस्तशिल्प और हथकरघा निगम, भाषा कला और संस्कृति विभाग, हिमाचल प्रदेश कला और भाषा अकादमी, आयुर्वेद, पर्यटन, सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग के नोडल अधिकारियों ने भाग लिया।
राज्य परियोजना अधिकारी रेणु ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।

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