जनवकता डेस्क, बिलासपुर
जनमंच कार्यक्रम प्रदेश सरकार का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है और इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगों की समस्याओं का समाधान करना सरकार का मुख्य उद्ेश्य है। जनमंच कार्यक्रम लोगों की समस्याओं का समाधान करके उनके जीवन में सुधार लाने के लिए कारगर भूमिका का निर्वहन कर रहा है।यह बात सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डा0 राजीव सैजल ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कंदरौर में आयोजित 9वें जनमंच कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के गठन से पूर्व ही जनमंच के स्वरूप को विजन डाक्यूमैंट में शामिल किया गया था जिसे कि सरकार के बनते ही मुख्यमंत्री द्वारा जनमंच कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई जिससे तहत लोगों की समस्याओं का समाधान उनके घरद्वार पर ही सुनिश्चित करने का निर्णय लिया गया । उन्होंने कहा कि जनमंच कार्यक्रम पूर्व में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों से बिल्कुल भिन्न है इसमें औपचारिकता नहीं अपितु पूर्ण गहनता से लोगों की समस्याओं को सुना जाता है और उनका समाधान सुनिश्चित बनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों के लिए सेवा भावना से कार्य कर रही है। योजनाओं का लाभ हर गरीब व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। प्रदेश सरकार ने गठन के उपरांत प्रथम कैबिनैट में ही बुजुर्गों को सम्मान देते हुए सामाजिक सुरक्षा पैंशन के लिए निर्धारित आयु सीमा को 80 वर्ष से घटाकर 70 वर्ष करने का निर्णय लिया। उन्होंने महिलाओं को सम्मान देते हुए कहा कि समाज महिलाओं का ऋणी है और महिलाओं को धुएं से निजात दिलाने के लिए उज्जवला योजना से शेष बचे परिवारों की महिलाओं के लिए प्रदेश सरकार द्वारा गृहिणी सुविधा योजना आरंभ की गई है। इस योजना के तहत महिलाओं को निशुल्क गैस कुनैैक्शन प्रदान किए जा रहे हैं तथा शतप्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति की ओर बढ़ रहे हैं।
विधायक सुभाष ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री ने जनमंच के माध्यम से लोगों के साथ प्रशासन और सरकार द्वारा सीधा संवाद स्थापित करके समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जनमंच कार्यक्रम प्रदेश सरकार का एक लोकप्रिय मंच ही नहीं अपितु लोगों की दिक्कतों को दूर करने का एक महत्वपूर्ण प्लेटफार्म भी है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम की लाकप्रियता का मुख्य कारण यह है कि इसमें आमजन की सहभागिता के साथ-साथ उनका अत्याधिक विश्वास भी है। जनमंच कार्यक्रम के माध्यम से एक आम व्यक्ति को ज्यादा कठिनाईयों का सामना ना करना पड़े उनकी समस्याओं का समाधान प्री-जनमंच गतिविधियों के लिए आयोजित शिविरों में सुनिश्चित बनाया जा रहा है तथा मौके पर लोगों को प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजनाओं और कार्यक्रमों की भी जानकारी विभागों द्वारा प्रदान की जा रही है।
उपायक्त विवेक भाटिया ने 9वें जनमंच कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि 9वें जनमंच के लिए कुल 345 आवेदन पत्र प्राप्त हुए। उन्होंने बताया कि प्री-जनमंच में कुल 222 आवेदन पत्र अपलोड किए गए जिसमें 129 समस्याओं का निपटारा किया गया। उन्होंने बताया कि जनमंच कार्यक्रम के दौरान मौके पर 123 विभिन्न आवेदन पत्र प्राप्त हुए जिसमें 89 समस्याओं तथा 34 मांगों से सम्बन्धित प्राप्त हुए। उन्होंने बताया कि समस्याओं के निपटारे के लिए शेष आवेदन प़त्रों को सम्बन्धित विभागों को 15 दिन के भीतर निपटारे के लिए प्रेषित कर दिया गया है।उन्होंने बताया कि जनमंच के दौरान 69 इंतकाल, 14 विभिन्न प्रमाण पत्र, 27 गोल्डन कार्ड, 12 हिम केयर कार्ड तथा 6 दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी किए गए। इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य विभाग द्वारा 220 तथा आयुर्वेदिक विभाग द्वारा 203 और होम्योपैथी विभाग द्वारा 111 लोगों के स्वास्थ्य की निशुल्क जांच की गई व दवाईयां वितरित की गई। उन्होंने बताया कि गृहिणी सुविधा योजना के तहत 320 गैस कुनैक्शन, बेटी है अनमोल योजना के तहत 15 बच्चियों को एफडी और 5 नव जन्मी बच्चियों को बधाई पत्र तथा गिफट किट व एक बूटा बेटी के नाम योजना के तहत पौधा भंेट किया तथा 6 दम्पतियों द्वारा बच्चियों को अपनाने के लिए सम्मानित किया गया।
इस मौके पर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार, एडीएम श्रवण मांटा, एसडीएम प्रियंका वर्मा, शशि पाल शर्मा, कमांडैंट अजय बौद्ध के अतिरिक्त सम्बन्धित पंचायतों के प्रधान व प्रतिनिधि व सम्बनिधत पंचायतों के ग्रामीण उपस्थित रहे।