जनवक्ता ब्यूरो, मंडी
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर की अध्यक्षता में आज साप्ताहिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न विकासात्मक कार्याे की प्रगति पर विचार-विमर्श किया गया।
इस अवसर पर उपायुक्त ने बताया कि जिला में बंदरों की संख्या पर पाबंदी लगाने के लिए उनका बंध्याकरण किया जा रहा है तथा मंडी शहर में अब तक 350 तथा पूरे जिला में लगभग दो हजार से अधिक बंदरों की नसबंदी की जा चुकी है । इसके अतिरिक्त लोगों को जागरूक करने के लिए मंडी शहर में होर्डिंग्ज भी लगाए जा रहे हंै, जिसमें आम लोगों को बंदरों के हमले से बचने के लिए क्या करना तथा क्या नहीं करना चाहिए के बारे में विस्तार से बताया गया है । शहर के मुख्य स्थलों पर ऐसे कुल 10 होर्डिग्ज लगाए जाने हैं, जिनमें से 6 स्थापित कर दिए गए हैं ।
उन्होंने लोगों से खुले में कूड़ा न फैकने का भी आह्वान किया । उन्होंने कहा कि इससे आस-पास गंदगी फैलने के साथ ही भोजन इत्यादि के लिए बंदर भी आकर्षित होते हैं । उन्होंने कहा कि खुले में कूड़ा फैकने वालों पर लगाम लगाने के लिए सन्यारढ़ी तथा टारना मंदिर के समीप कैमरे लगाए जायेंगे और दोषी पाए जाने पर लोगों के चालान भी काटे जायेंगे।
उन्होंने बताया कि जिला में बेसहारा पशुओं के लिए गौसदन तथा गौ अभयारण्य भी बनाए जा रहे हैं । उन्होंने कहा कि बिंद्रावणी में डम्पिंग साईट के लिए भूमि का चयन कर लिया गया है । उन्होंने बताया कि खलयार में नगर परिषद के माध्यम से कार पार्किंग का विस्तार किया जायेगा । उन्होंने स्नातकोतर महाविद्यालय मंडी में आॅडोटोरियम बनाने के लिए सभी औपचारिकताएं शीघ्र पूर्ण करने के लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए । इसके अतिरिक्त कांगणी में आॅडोटोरियम निर्माण के लिए अधिकारियों को मंदिर समिति से बातचीत कर इसका समाधान तलाशने और इसका प्रस्ताव शीघ्र प्रेषित करने को भी कहा ।
उन्होंने कहा कि मंडी शहर में सड़कों की टायरिंग का कार्य गर्मियों के मौसम में पूर्ण कर लिया जायेगा ताकि इसकी गुणवता बनी रहे । उन्होंने लोक निर्माण विभाग को शिवरात्रि महोत्सव से पूर्व पैचवर्क व छिटपुट मुरम्मत का कार्य पूरा करने के निर्देश दिए ।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त राघव शर्मा, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी राजीव कुमार, सहायक आयुक्त राज ठाकुर, उपमंडलाधिकारी, ना0, सदर मदन कुमार सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे ।