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‘‘हैप्स विकासनगर में गूंजे उदारता के स्वर’’

Byjanadmin

Feb 4, 2019


जनवक्ता ब्यूरो, हमीरपुर
इनसान अपनी इनसानियत से पहचाना जाता है दयालुता, उदारता आदि उसके व्यवहार के मूल गुण हैं जो आज की भागदौड़ भरी जि़ंदगी में कहीं खो गए हैं बच्चों को उसके मूल स्वभाव उनके संस्कार से जोडऩे का तथा वैश्विक स्तर पर बेहतरीन नागरिक बनाने का बीड़ा उठाया है हिम अकादमी पब्लिक स्कूल विकासनगर ने जो अपने *सेवा* दस्टूडैंट इंपावरमैंट थ्रू वैल्यूज़ इन एक्शन½ कार्यक्रम के ज़रिए यूनेस्को से भी प्रशास्ति प्राप्त कर चुका है। इसी क्रम में विद्यालय के लिए सोमवार अविस्मरणीय दिन रहा जब यहाँ इस कड़ी में *सैकुलर एथीक्स यात्रा* की कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों में उदारता की भावना का विकास तथा अपनी भावनाओं को समझ कर उन्हें सही दिशा प्रदान करना था। यह कार्यक्रम तिब्बतीय धर्म गुरू एवं टौंग—लेन चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक *श्री लॉगसंग जमयांग* के दिशा निर्देशन में उनके छात्रों द्वारा सफ लतापूर्वक आयोजित किया गया। इसमें गुरूजी के साथ उनके नौ छात्रों निशा, करण, दीपक, पिंकी, ममता, नरेश, आरती, नानक और अरूण सहित टाँग लैन चैरिटेबल ट्रस्ट की हॉस्टल मैनेजर नविता प्रधान भी उपस्थित रहीं। श्री लॉगसंग जमयांग ने अपने ट्रस्ट के ज़रिए गरीब बच्चों को पढ़ाने का निश्चय किया है वर्तमान में उनके ट्रस्ट में 107 छात्र रहते हैं एवं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उन्हीं छात्रों में से नौ छात्रों ने सोमवार को हैप्स विकासनगर में *दयालुता एवं अपनी भावनाओं को जानों* विषय पर कार्यशाला बखूबी संचालित की। उन्होंने अपने जीवन के जीवन्त उदाहरणों से दर्शकों का दिल जीत लिया। उन्होंने छात्रों को बताया कि अगर हम दयालुता रूपी गुण को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं तो स्वयं के लिए शांति और दूसरों की मुस्कुराहट का राज़ बन सकते हैं। साथ ही अगर हम अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखें तो जीवन में हमेशा खुश रहा जा सकता है। उन्होंने छात्रों को जीवन में तार्किक चिन्तन अपनाने की सलाह दी ताकि वे हर परिस्थित को समझ कर सही निर्णय कर सकें। यह कार्यशाला सबको अभिभ्ूात कर देने वाली थी। विद्यालय की ओर से चेयरमैन प्रो० आर० सी० लखनापल, सह चेयरपर्सन श्रीमती सी० पी० लखनपाल, निदेशक ई० पंकज लखनपाल प्रधानाचार्या अकादमिक डॉ० हिमांशु शर्मा एवं अकादमिक समन्वयक श्रीमती कंचन लखनपाल ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं उनकी टीम को स्मृति चिह्न दे कर सम्मानित किया एवं पुन: इस प्रकार की कार्यशाला का आयोजन करने का आग्रह किया। कार्यक्रम के विधिवत निष्पादन में स्कूल *सेवा* टीम श्रीमती शशि बाला, श्रीमती कंचन लखनपाल, श्रीमती सुषमा ठाकुर, श्रीमती उमा शर्मा, श्री सुजान डढवालिया, श्रीमती रजनी बाला, श्रीमती भारती शर्मा, श्रीमती कविता ठाकुर, श्रीमती पूजा ठाकुर, श्रीमती सुमन ठाकुर, कु मारी रिंपीं, श्री जिम्मी सहित श्री अरविंद कुमार, श्री नवीन कुमार, श्री राजीव, श्री विक्रम एवं श्री किशोरी जी का भरपूर सहयोग रहा। विद्यालय प्रधानाचार्या अकादमिक डॉ० हिमांशु शर्मा ने कहा कि बच्चे जीवन के अनुभवों से सीखते हैं तथा आज जो अनुभव इस कार्यशाला के माध्यम से उन्होंने प्राप्त किया वह बेशकीमती है।

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