सीआरपीएफ चंडीगढ़ के स्थापना दिवस पर बबलू की गायकी के मुरीद हुए मिलखा सिंह
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश में संगीत की दुनिया में अपनी सुरीली गायकी से एक अलग पहचान बना चुके राजेश कुमार बबलू की गायकी से प्रभावित हुए पदमश्री मिलखा सिंह ने उनका चंडीगढ़ में बाकायदा स्मृति चिन्ह देकर स मान किया। मौका था सीआरपीएफ के 50वें स्थापना दिवस का जहां पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल चंडीगढ़ द्वारा भव्य आयोजन किया गया था और इस कार्यक्रम में पद्मश्री मिलखा सिंह ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस दौरान हालांकि काफी रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए लेकिन हिमाचल का प्रतिनिधित्व बिलासपुर जिले से ताल्लुक रखने वाले राजेश कुमार बबलू ने बड़े सुरीले अंदाज किया। बबलू की गायकी ने इस कार्यक्रम में अमिट छाप छोड़ी। राजेश कुमार ने यहां किशोर कुमार के सुरीले गानों को उन्हीं के अंदाज में प्रस्तुत किया। उन्होंने पंजाबी गानों के साथ हिमाचल लोक गीतों की खुशबू भी खूब बिखेरी। बिलासपुर पहुंचे राजेश बबलू ने बताया कि उनके जीवन का यह सबसे सुखद क्षण था जब पद्मश्री मिलखा सिंह ने उन्हें न सिर्फ अपने पास बुलाकर पीठ थपथपाई बल्कि स्मृति चिन्ह देकर इन पलों को यादगार बना दिया। उन्होंने बताया कि यह उनके लिए एक सपने जैसा अनुभव रहा। वहीं बिलासपुर नगर से संबंध रखने वाले सीआरपीएफ में डिप्टी कमांडेट हमीद खान ने बताया कि 92 वर्षीय पद्मश्री मिलखा सिंह ने उन्हें स्वस्थ जीवन जीने के बहुमूल्य टिप्स दिए तथा सदैव खुश व स्वस्थ रहने का आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि गायक राजेश बबलू की गायकी ने चंडीगढ़ में सीआरपीएफ के कार्यक्रम में खूब समा बांधा तथा कार्यक्रम को यादगार बनाया। गौरतलब है कि बिलासपुर में जन्में राजेश कुमार बबलू हिमाचल प्रदेश के अधिकांश सांस्कृतिक मंचों पर अपनी गायकी का लोहा मनवा चुके हैं। इसके अलावा भजन गायकी तथा धार्मिक समागमों में राजेश बबलू का नाम शिद्दत से लिया जाता है। सोशिल मीडिया के इस दौर में यू-टयूब पर राजेश कुमार बबलू की लाखों की संख्या में प्रशंसकों की अपनी जमात है।