पूर्व मुख्यमंत्री ने बगवाड़ा सीनियर सेकेंडरी स्कूल के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में नवाजे होनहार
जनवक्ता ब्यूरो, हमीरपुर
आज देश का सम्मान विश्व में इतना बढ़ चुका है कि जिन अंग्रेजों ने 200 साल हम पर राज किया उनकी बच्चियां प्रधानमन्त्री नरेंदर मोदी के स्वागत में संस्कृत में गीत गाती हैं| पूर्व मुख्यमंत्री प्रो० प्रेम कुमार धूमल ने बगवाड़ा सीनियर सेकेंडरी स्कूल के वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्यातिथि अपने सम्बोधन में यह बात कही| प्रो० धूमल ने कहा कि देश के इस बढ़े हुए सम्मान को, भारत माँ के गौरव को बरकरार रखना है| यह जिम्मेवारी हम सब पर है| आज अमेरिका में राष्ट्रपति तब चुन कर आता है जब वो भारत के प्रधानमन्त्री नरेंदर मोदी के काम की मिसाल देता है कि में भी वैसे ही काम करूँगा| आज हमारा देश उस कगार पर खड़ा है जहां से एक रास्ता विश्वगुरु बनने की और जाता है और दूसरा रास्ता आपस में लड़ झगड़ कर फिर से खाली हाथ बैठने की ओर| आज देश के अंदर और बाहर भी दोनों जगह ऐसी ताकतें बैठी हैं जो देश को कमजोर करना चाहती हैं| इस सारे षडयंत्र के खिलाफ केवल नरेन्द्र मोदी जी के नेतृतव में ही लड़ाई लड़ी जा सकती है|
प्रो० धूमल ने कहा कि वार्षिक पारितोषिक वितरण दिवस का हर शिक्षण संस्थान में बहुत महत्व होता है| वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का दिन वास्तव में सिंहावलोकन करने का समय होता है कि बीते वर्ष में हम कहाँ से चले थे और कहाँ पहुंचे हैं| उन्होंने बताया कि सन1962 में बगवाड़ा स्कूल अपनी शुरुआत के 26 वर्ष बाद मिडल स्कूल बना था| उस समय सरकार की शर्त होती थी कि चार कमरे बनवा कर दो और 5280 रूपए जमा करवाओ तभी मिडल स्कूल बनेगा| गाँव के सभी प्रबुद्ध जनों, भूतपूर्व सैनिकों ने मिलजुल कर कमरे बनवाये और पैसे इकठ्ठा कर जमा करवाए तब यह स्कूल मिडल हुआ था|
प्रो० धूमल ने बताया कि उन्होंने खुद अपनी मिडल कक्षा तक की शिक्षा बगवाड़ा स्कूल से ग्रहण की है| अपनी स्कूल से जुड़ी स्मृतियाँ भी उन्होंने सबसे साझा की| बगवाड़ा स्कूल और गाँव दोनों ने ही बहुत मेहनत कर बहुत विकास किया है| उन्होंने बताया कि 1998 में मुख्यमंत्री बनने पर सबसे पहले बगवाड़ा स्कूल को पैसा दिया था| स्कूल को वर्तमान स्वरूप तक पहुंचाने के लिए बहुत लोगों ने तपस्या की है, मेहनत की है| स्कूल के बहुत से पुराने विद्यार्थी हैं जिन्होंने खुद पत्थर स्कूल निर्माण के लिए ढोए हैं, लकड़ी ढोई है, काम किया है| गाँव के जिन लोगों ने स्कूल बनवाने को अपनी भूमि दान की थी, और स्कूल के विकास में जिन लोगों ने अपना योगदान दिया है, उन सब लोगों का पूर्व सीएम ने धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि जो समाज, जो संस्था, जो कॉम अपना इतिहास भूल जाते हैं, इतिहास उन्हें मिटा देता है|
पूर्व सीएम ने आशा व्यक्त की कि स्कूल और आगे बढ़ेगा| बच्चे प्रेरणा लेकर आगे बढ़ेंगे| स्कूल की रिपोर्ट में वीर जवानों का जिक्र हुआ है, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर किये हैं उनको भी पूर्व सीएम ने श्रद्धांजली अर्पित की| उत्कृष्ट सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की सरहना करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि सर्वांगीण गुणों के विकास की परिभाषा को पूर्ण करते हुए स्कूल के बच्चों का प्रदर्शन अतिउत्तम रहा है|
प्रो० धूमल ने बोर्ड परीक्षाओं में प्रदेश भर में प्रथम आने पर स्कूल के छात्र साहिल कतना और उसके अभिभावकों व अध्यापकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बगवाड़ा गाँव और स्कूल का नाम साहिल ने रोशन किया है| प्रो० धूमल ने स्कूल का नाम टॉप में आने पर प्रसन्नता जाहिर की और अध्यापकों और बच्चों को सावधान करते हुए उन्होंने कहा कि शिखर पर पहुंचना आसान होता है लेकिन शिखर पर टिका रहना कठिन काम होता है| उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि बगवाड़ा स्कूल शिखर पर पहुंचा है तो अब स्कूल के प्रिंसिपल और अध्यापक यही ले बनाये रखेंगे और हर वर्ष परीक्षाओं में यहाँ के छात्र टॉप करेंगे|
प्रो० धूमल ने स्कूल के विद्यार्थियों को नशे से सचेत करते हुए कहा कि भारतवर्ष को परमाणु हमले से भी बड़ा खतरा आज नौजवान पीढ़ी के नशे के चंगुल में फंस कर बर्बाद हो जाने से है| आज भारतवर्ष के नेतृतव की धाक पूरी दुनिया में है, भारत स्वयम एक परमाणु शक्ति है, तो कोई शत्रु देश पर सीधा हमला करने की कल्पना नहीं कर सकता| लेकिन युवा पीढ़ी को आसानी से नशे में डुबो कर देश को बर्बाद करने की साजिश रची जा रही है| इसलिए बच्चों को नशे से बचना पड़ेगा| समाज के हर व्यक्ति को अपना दायित्व समझ कर नशे के विरुद्ध खड़ा होना पड़ेगा|
इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य-अध्यापक वर्ग, जिला महामंत्री राकेश ठाकुर, स्थानीय पंचायत के प्रधान संजीव कुमार, पंचायत प्रतिनिधि, स्कूली बच्चे, उनके अभिभावकों सहित अन्य स्थानीय लोग उपस्थित रहे|