जनवक्ता ब्यूरो, शिमला
हिमाचल में बुधवार रात से बारिश-बर्फबारी का दौर जारी है। रेड अलर्ट की चेतावनी के बीच ऊपरी इलाकों में भारी बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश हो रही है। शिमला में दिनभर तेज हवाएं चलती रहीं और शाम को बारिश हुई। लाहौल घाटी के तिंदी के लोहनी में हिमखंड गिरने से एक शराब ठेका दब गया है। दोनों सेल्समैन कमरे में होने से बच गए। भारी बर्फबारी के बीच वीरवार को बच्चे स्कूल नहीं जा पाए। लाहौल जिला प्रशासन ने शुक्रवार को भी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया है। उधर, चंबा के बटकर गांव में बिजली गिरने से महिला बेसुध हो गई। परिजनों ने उसे करीब डेढ़ फीट बर्फ के बीच अस्पताल पहुंचाया। बिजली गिरने से 15 घरों के मीटर और उपकरण जल गए हैं। चंबा के ही तलाई गांव की गर्भवती को प्रसव पीड़ा के चलते बर्फ के बीच छह किलोमीटर पैदल चलकर पालकी से किहार अस्पताल पहुंचाना पड़ा। प्रदेश में तीन नेशनल हाईवे समेत 200 से अधिक छोटी-बड़ी सड़कों पर यातायात बंद हो गया है। कुल्लू के भुंतर और कांगड़ा के गगल एयरपोर्ट में खराब मौसम के चलते उड़ानें रद्द करनी पड़ीं। हमीरपुर व ऊना के कई क्षेत्रों में ओलावृष्टि हुई है। सूबे में शीतलहर का प्रकोप फिर बढ़ गया है। लाहौल, किन्नौर, कुल्लू, मंडी, चंबा, कांगड़ा और शिमला जिले में बर्फबारी से कई इलाके फिर से कट गए हैं। शिमला-रामपुर मार्ग नारकंडा के पास बंद हो गया है। कुफरी में बर्फबारी से जाम लग गया। बसों को वाया सुन्नी भेजा जा रहा है। लाहौल देश-दुनिया से पूरी तरह कट गया है। विश्व प्रसिद्ध रोहतांग दर्रे में पांच फीट जबकि चंबा के ऊपरी इलाकों में ढाई फीट तक हिमपात हुआ है। बर्फबारी वाले इलाकों में जिला प्रशासन ने अलर्ट, लाहौल में हिमखंड गिरने की चेतावनी जारी की है। जिला कुल्लू में तीन दर्जन सड़कें अवरुद्ध हैं। कमरूनाग और पराशर की झीलें जम चुकी हैं। चंबा जिले में दो दर्जन सड़कें बाधित हैं जबकि 120 गांवों में बिजली गुल है। मंडी-कांगड़ा में एक दर्जन मार्ग ठप हैं। उपायुक्त लाहौल अश्वनी कुमार चौधरी ने बताया कि हिमखंड में जानी नुकसान नहीं हुआ है।