जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
श्री राधाकृष्ण मंदिर कोटला कलां में शुरू हुए श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह व वार्षिक समारोह में दूर-दूर से आयी संगतों से खचाखच भरे पंडाल को श्रीमद्भागवत कथा की ज्ञान रूपी गंगा में डुबकी लगाते हुए बाबा बाल जी महाराज ने अपने प्रवचनों में कहा कि जो व्यक्ति प्रभु की शरण में जाता है, भगवान उसका बेड़ा पार लगा देते हैं। उन्होंने कहा कि प्रभु का नाम लेने से सब पाप धुल जाते हैं। बाबा बाल जी ने श्रद्धालुओं को प्रभु सुमिरन करने व प्रभु के दिखाए मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। बाबा बाल जी ने कीर्तन करते हुए श्रीराधा-कृष्ण जी की महिमा का भी गुणगान किया। उन्होंने कहा कि भगवान का नाम जपने से हम जीवन के सब बंधनों से मुक्त हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि धर्म ही व्यक्ति को मोक्ष की राह पर लेकर जाता है। गुरु के बिना मनुष्य की गति होना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि गुरु के मार्गदर्शन में भक्त प्रभु को पाकर मोक्ष प्राप्त कर सकता है। जो व्यक्ति सुख में भी प्रभु का सिमरन करता है, उसे दु:ख नहीं होता। संगतों को मंत्रमुग्ध करते हुए उन्होंने कहा कि मनुष्य को स्वयं को दूसरों की सेवा में लगाना चाहिए। उन्होंने श्री कृष्ण भगवान के बाल्यकाल प्रसंग के बारे में बताते हुए कहा कि सोलह कला संपूर्ण भगवान श्रीकृष्ण ने सत्य व कर्तव्य को सदैव अधिमान दिया। प्रसिद्ध राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज ने कहा कि बाबा बाल जी महाराज ने सभी श्रद्धालुओं से आह्वान किया कि इस धार्मिक समागम में बढ़-चढ़कर भाग लें और श्रीमद्भागवत कथा का लाभ प्राप्त करें।
धार्मिक महासम्मेलन में लगातार श्रद्धालुओं की खूब भीड़ उमड़ रही
ऊना मुख्यालय से दो किलोमीटर दूर कोटला कलां गांव में शुरू हुए धार्मिक महासम्मेलन में लगातार श्रद्धालुओं की खूब भीड़ उमड़ रही है। हजारों श्रद्धालुओं ने श्रीराधा-कृष्ण मंदिर परिसर में पधारकर राष्ट्रीय संत बाबा बाल जी महाराज से आशीर्वाद लिया। श्रद्धालुओं ने बाबा बालजी महाराज के दर्शन लाइन में लगकर किये व उनका आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं हेतु विशेष लंगर का भी आयोजन किया गया। असंख्य महिलाओं, पुरुषों, वृद्धों व बच्चों ने लाइनों में लगकर बाबा बाल जी से आशीर्वाद प्राप्त किया।