जनवक्ता ब्यूरो, शिमला
राज्य सरकार संस्कृति भाषा को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के लिए राज्य में संस्कृति विश्वविद्यालय खोलने पर विचार कर रही है। मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने यह आज यहां हिमाचल प्रदेश संस्कृत अकादमी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कृति दुनिया की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक है और कम्प्यूटर संयोज्य है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य में संस्कृत को दूसरी आधिकारिक भाषा का दर्जा देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राज्य में संस्कृत की उचित व्यापकता, लोकप्रियता और वृद्धि सुनिश्चित कर रही है।
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि राज्य में संस्कृत भाषा को बढ़ावा देने व इसके प्रचार व प्रसार में अकादमी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अकादमी को अपनी गतिविधियों को प्रभावी रूप से चलाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
निदेशक उच्च शिक्षा डॉ. अमरजीत शर्मा ने मुख्यमंत्री और अकादमी की अन्य सदस्यों का स्वागत किया। डॉ. भक्तवत्सल शर्मा अकादमी के सचिव चुने गए। प्रधान सचिव शिक्षा के.के पंत और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।