आज़ादी से लेकर आज तक की जाँच का कोई भी परिणाम नहीं निकला
प्रदेश प्रवक्ता , जिला सचिव कैप्टन बालक राम शर्मा (रिटायर्ड) हुए उग्र
जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश सैनिक कल्याण एवं विकास समिति अध्याक्ष,व् नेता सुभाष चंद्र बोस फारवॉर्ड ब्लॉक् पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता , जिला सचिव कैप्टन बालक राम शर्मा (रिटायर्ड) ने घोटालों की जांच करने के तरीके पर सवालिया निशान उठाया है और कहा है कि जाँच करने के तरीके पर जाँच एजैसिंया सवालों के घेरे में हैं। आज़ादी से लेकर आज तक की जाँच का कोई भी परिणाम नहीं निकला है। चिप स्कैम घुटाला, एल आई सी, डालमियां, सी डब्ल्यू जी 70 हजार करोड़,, 2 टू जी 1लाख़ 76 हजार करोड़ का घोटाला, कोलगेट हो या कोयला 1 एक लाख़ 86 हजार करोड़ का घुटाला, वेस्ट बगांल में चिटफंड घोटाले की जाँच पर सवालिया निशान, पांच साल में कुछ नहीं अब इलैकशन के दिखावा कहो या ड्रामा इसके इलावा कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि यह तो वो घोटाले हैं जो सामने आ गये थे परंतु देश में बहुत से घोटाले बाहर नहीं आते अंदर ही दब जाते या दबा दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि आज तक बड़े बड़े घोटाले कोयला घुटाला, कौमन वैल्थ,चाहे देश का धन लूटने वाले 11हजार करोड़ 9 हजार वाले भगोड़े विजय माल्य हो ,या नीरव मोदी हो, चाहे रॉबर्ट बाड्रा चाहे चिटफंड घोटाला, (5) पांच पांच साल में जाँच नहीं होती,अब इलैकशन के नजदीक सारे ड्रामे शुरू हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि भारत देश की जाँच एजैसिंया सिर्फ सरकारों की कठपुतलियां बनी होती है कानून की धज्जियाँ उड़ाने का काम हमारे भारत देश से सीखें। देश का कानून इतना लच्चर हो चूका है कि इनसाफ़ मिलना स्वपन बन कर रह जाता है। दोनों ही पार्टी की सरकारें अपने-अपने नेताओं को बचाने में व्यस्त हैं, राजनैतिक आकाओं के निर्देशानुसार पिंजरे का तोता (जाँच एजेंसियाँ) चिट फंड घोटाले में शामिल अपराधियों से पूछताछ करने में विफल रही है। कोर्ट ने सीबीआई को उक्त चिट फंड कंपनियों द्वारा लोगों की बचत के करोड़ों रुपये लूटने की बड़ी साजिश की जांच करने और इसमें शामिल दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया था परन्तु सीबीआई आज तक मोदी सरकार और टीएमसी सरकार दोनों के प्रेरित अभियोग पर जांच को बहुत धीरे-धीरे आगे ले गई है, जिसमें स्पष्ट विचार के साथ ज्ञात टीएमसी और भाजपा अपराधी नेताओं को सुरक्षित रखा गया है। लोकसभा चुनाव में राजनैतिक फ़ायदे व चुनावी लाभ के मद्देनजर, जब मोदी सरकार ने इस मामले को आगे बढ़ाना शुरू किया, पश्चिम बंगाल के सीएम ने हिंसक प्रतिक्रिया व्यक्त की और जनता का ध्यान हटाने के लिए ‘धरना’ शुरू किया, हालांकि दोनों सरकारों के पास लोकतंत्र की हत्या का रिकॉर्ड है अपने-अपने क्षेत्रों में सत्तावादी शासन। उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लाक” विशाल चिटफ़ंड घोटाले पर सीबीआई जांच के मामले में गंभीरता की कमी के खिलाफ सभी का विरोध करता रहा है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की माँग करता रहा है। उन्होंने कहा कि जनता के पैसे की लूट की साजिश को तुरंत उजागर कर के इसमें शामिल दोषियों को तुरन्त हिरासत में लिया जाए व उनकी संपत्तियों को जब्त कर लोगों से लूटी गई रकम ब्याज सहित उन्हें वापस की जाए।