जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
नई पेंशन नीति कर्मचारी महासंघ 15 फरवरी को पुरानी पेंशन बहाली के लिए विधानसभा का शांतिपूर्ण व लोकतांत्रिक तरीके से घेराव करेगा जिसके लिए प्रदेश भर से हजारों एनपीएस कर्मचारी भाग लेंगे। शाहतलाई में आयोजित महासंघ की झंडूता कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए योजना समिति के प्रदेशाध्यक्ष एवं संघ के जिलाध्यक्ष राजेंद्र कुमार ने कहा कि अब नई पेंशन नीति के तहत कार्य कर रहे कर्मचारियों की सहनशीलता खत्म हो चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा दिसंबर माह में दिए गए आश्वासन के बावजूद अभी तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। विभिन्न विभागों के एनपीएस कर्मचारियों से बैठकों का दौर चला हुआ है। इसके अलावा सदस्यता अभियान भी जोरों पर है। संघ के मुख्य संरक्षक व संस्थापक सदस्य अश्वनी राणा ने कहा कि नई पेंशन से पीड़ित सेवानिवृत्त कर्मचारी वर्तमान समय में दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। कुछ एक को मात्र पांच सौ से एक हजार रुपये पेंशन मिल रही है। उन्होंने कहा कि इतनी कम राशि में आज गुजारा करना कितना मुश्किल है, इसका सहज की अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अब अगर 15 फरवरी को होने वाले शांतिपूर्ण व लोकतांत्रिक आंदोलन के बाद भी यदि प्रदेश सरकार कोई ठोस निर्णय पर नहीं पहुंचती है तो आगे की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी विभागों से सैकड़ों एनपीएस कर्मचारी 15 फरवरी के आंदोलन के लिए तैयार हैं। संघ की एकमात्र मांग पुरानी पेंशन बहाली है और जब तक यह पूर्ण नहीं होती तब तक संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर झंडूता खंड के प्रधान अक्षय शर्मा, जिला कोषाध्यक्ष सुरजीत कुमार, प्रेस सचिव प्रकाश शर्मा, गणेश दत्त, स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख पीएस सोनी, विनोद कुमार, संजय कुमार, रोशन लाल, देशराज सहित अन्य लोग मौजूद थे।