जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
मत्स्य बीज केन्द्र, दयोली(घागस) में निदेशक एवम् प्रारक्षी मत्स्य, सतपाल मैहता की अध्यक्षता में वर्ष 2019-20 के लिए मछली व्यापार की नीति निर्धारित करने हेतु बैठक का आयोजन किया गया । जिसमें गोबिन्द सागर व कोल बांध जलाशय में कार्यरत 40 मत्स्य सहकारी सभाओं के प्रतिनिधियों, विभागीय अधिकारियों व सहकारिता विभाग के प्रतिनिधियों ने भाग लिया । बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने बताया कि बैठक का मुख्य एजेंड़ा वर्ष 2019-20 के लिए मछली व्यापार की नीति निर्धारित करना है।
उन्होंने बताया कि मछली व्यापार हेतु ठेकेदारों के साथ आम सहमति की बजाए खुली बोली द्वारा मछली की दरें निर्धारित करवाना व मछली का एक ग्रेड करना है, ताकि मछुआरों को उनकी मेहनत का पूरा मूल्य मिल सके । उन्होंने बताया कि सभी उपस्थित सदस्यों ने पूर्ण समर्थन किया व आगामी वर्ष हेतु मछली का व्यापार खुली बोली द्वारा करवाने बारे सहमति दी । उन्होंने सभी प्रतिनिधियों को यह भी अवगत करवाया कि विभाग द्वारा इस वित्तीय वर्ष में मछुआरों के कल्याण हेतु गोबिन्द सागर व कोल बांध जलाशय के 95 मछुआरों को आवास निर्माण हेतु मु0 1 लाख 30 हजार रूपये व 350 मछुआरों को अनुदान के रूप में गिल जाल प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त विभाग द्वारा आगामी वित्तीय वर्ष में किस्तियों, तिरपाल, बरसाती व लाईफ जैकेट हेतु अनुसूचित जाति व सामान्य वर्ग के मछुआरों को क्रमशः 60 प्रतिशत व 40 प्रतिशत की दर से अनुदान सहायता प्रदान की जा रही है।
इस मौके पर सहायक निदेशक मत्स्य श्याम लाल शर्मा, वरिष्ठ मत्स्य अधिकारी देयोली जगत पाल शर्मा, मत्स्य अधिकारी गोविन्दसागर जलाशय व कोलबांध जलशय के अतिरिक्त मत्स्य सहकारी सभाओं के पदाधिकारी उपस्थित रहे।