शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने आज वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों तथा शिक्षा उप निदेशकों को हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की वार्षिक परीक्षाओं के सुचारू आयोजन के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। यह परीक्षाएं 6 मार्च से 29 मार्च, 2019 तक होंगी।
उन्होंने कहा कि यह परीक्षाएं नियमित परीक्षार्थियों के लिए बोर्ड द्वारा स्थापित 1979 परीक्षा केन्द्रों पर प्रातःकालीन सत्र में तथा राज्य मुक्त विद्यालयों के परीक्षार्थियों के लिए 223 परीक्षा केन्द्रों में सायंकालीन सत्र में संचालित की जाएगी।
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश में पहली बार विशेष तौर पर 45 महिला परीक्षा केन्द्र चिन्ह्ति किए गए है। उन्होंने कहा कि नकल की प्रवृति को रोकने के लिए सभी परीक्षा केन्द्रों में सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए जाएंगे। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा तीन-स्तरीय उड़न दस्तों का गठन किया गया है। पहले उड़न दस्ते में बोर्ड के अधिकारी, दूसरे में उप निदेशक (शिक्षा) तथा तीसरे दस्ते में उपमण्डल दण्डाधिकारी शामिल होंगे। विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं के शीघ्र मूल्यांकन के लिए मूल्यांकन की संख्या 31 से बढ़ाकर 53 की गई है।
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रधानाचार्य या अध्यापक को उड़न दस्ते में शामिल नही किया जाएगा। जिला के सभी स्कूलों के प्रधानाचार्य को निर्देश दिए गए है कि बोर्ड द्वारा जिस भी अध्यापक की नियुक्ति परीक्षा के संचालन के लिए की गई है उसे तुरंत भारमुक्त किया जाए।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिला दण्डाधिकारियों को अपने जिले के नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जा रहा है तथा पुलिस अधीक्षकों को परीक्षा केन्द्र के बाहर कानून व्यवस्था तथा शांति बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा विद्यार्थियों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकें समय पर उपलब्ध करवाने के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं तथा सभी उप निदेशकों को फरवरी माह के तीसरे सप्ताह तक यह पुस्तकें प्राप्त करने के निर्देश दिए गए है।