जानवक्ता डेस्क, बिलासपुर
आतंकियों द्वारा पुलवामा में किअए गए हमले में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के ज्वाली उपमंडल के निवासी तिलक राज शहीद हो गए हैं । 31 वर्षीय ये जवान ज्वाली उपमंडल के धेवा गांव का रहने वाला था। 1988 में इसने मिल्ट्री ज्वाइन की थी ।यह अपने पीछे अपनी पत्नी सावित्री देवी को छोड़ गया है । हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री Iजयराम ठाकुर ने इस निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है और शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना जताई है। आतंकियों ने सीआरपीएफ की बस को निशाना बनाया। जानकारी के मुताबिक शहीद तिलकराज अपने पीछे पत्नी सावित्री देवी के अलावा एक नन्हा बेटा छोड़ गए हैं। यह जानकारी मिली है की शाहिद तिलक राज 11 फरवरी को ही ड्यूटी पर लौटा था। छोटा बेटा महज 22 दिन का है। शहीद तिलक सीआरपीएफ की 76 बटालियन में तैनात था।कांस्टेबल तिलक राज की शहादत पर समुचित कांगड़ा घाटी में शोक की लहर है। जानकारी के मुताबिक आत्मघाती हमले में हिमाचली बेटा तिलकराज घायल हो गया था, लेकिन सेना के अस्पताल में उसने दम तोड़ा।यह भी बताया जा रहा है कि तिलक राज सीआरपीएफ के जवानों की बस एस्कॉर्ट टीम का हिस्सा था। उधर ज्वाली विधायक अर्जुन ठाकुर ने शहीद के परिवार से बात की। यह भी जानकारी मिली है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने तुरंत ही विधायक को शहीद के परिवार से मिलने की बात कही है। साथ ही कैबिनेट मंत्री किशन कपूर भी शिमला से शहीद के गांव के लिए रवाना हुए है। कांगड़ा के डीसी संदीप कुमार ने तिलक राज शहादत की पयष्टि की है।