जनवक्ता डेस्क, बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं सदर युवा नेता रूप लाल ठाकुर ने आरोप लगाया है कि जिला कांग्रेस के पास अपनी राजनीति चमकाने के लिए कोई मुद्दा शेष नहीं है लिहाजा वे अनाप शनाप बयानबाजी और बेतुके प्रदर्शन कर जनता के बीच हास्य का पात्र बन रहे हैं। उन्होंने पूर्व विधायक बंबर ठाकुर को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जिस एम्स निर्माण को लेकर वे टिप्पणी कर रहे हैं, वह उत्तरी भारत के कई राज्यों के लोगों के लिए बहुत कारगर सिद्ध होगा। इस प्रोजैक्ट की कल्पना कांग्रेसी नेताओं की समझ से बहुत परे हैं। क्योंकि यदि वे इस प्रोजैक्ट का महत्व जानते तो शायद ऐसी बातें न करते। रूप लाल ठाकुर ने कहा कि एम्स का काम शुरू हो चुका है तथा यही विकास कांग्रेस के नेताओं को पच नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि जब वे विधायक थे तो बिलासपुर के विकास को लेकर आए दिन बड़ी बड़ी डींगे हांकते फिरते थे, लेकिन जब वे स्वयं अपने ही मोर्चे पर फ्लाप साबित हुए थे तो जनता से आराम से उन्हें घर बिठा दिया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में चिकित्सकों की कीम, कृत्रिम झील के दिव्य स्वप्न, हर सैक्टर में अपना पानी का टैंक, मंडी भराड़ी से डमली पंचायत तक बांध, युवाओं को रोजगार आदि वायदे क्या उन्हें याद नहीं है। जिला अस्पताल की दुर्दशा का जिम्मेवार उस समय कौन रहा यह जनता भलि भांति जानती है। ड्रग माफिया को फलने फूलने के पीछे किसका हाथ रहा, यह भी जनता जानती है। जिला कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के बाद और अलग थलग पड़ चुके पूर्व विधायक को अपना कुनबा संभालना चाहिए तब कहीं जाकर दूसरों पर कोई छींटाकशी करनी चाहिए। वीरवार को रैली में कांग्रेस के बड़े लीडरों का गायब होना दर्शाता है कि पूर्व विधायक की पहले भी अपनी ही कांग्रेस थी और अब भी अपनी ही कांग्रेस है। रूप लाल ठाकुर ने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के खिलाफ बोलने का इन कांग्रेसियों का कद नहीं है। एम्स जैसा प्रोजेक्ट का बिलासपुर में आना अनंत काल के लिए जिलावासियों के लिए बहुत अनमोल उपहार है। इसके लिए इन लोगों को जगत प्रकाश नड्डा का आभारी होना चाहिए। लेकिन ये लोग अपनी राजनीति को जीवित रखने क लिए आए दिन अनर्गल बयानबाजी कर अपनी दकियानुसी सोच का परिचय दे रहे हैं। लेकिन आना वाला समय लोक सभा के चुनावों का है तथा पूरे प्रदेश में भाजपा के उम्मीदवार लाखों मतों के अंतर से विजयी होकर एक बार फिर देश की कमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपने वाले हैं जबकि कईयों के मंसूबे धरे के धरे रह जाएंगे।